
कल नीति माणा घाटी के जनजाति समाज ने जिला मुख्यालय पर विशाल प्रदर्शन कर अपना आक्रोश व्यक्त किया ।
जनजाति समाज पर की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ यह आक्रोश प्रकट किया गया ।
महाविद्यालय में कार्यरत एक शिक्षक द्वारा जनजाति समाज पर इरादतन उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से यह अभद्र व अपमानजनक टिप्पणी की गयी । तथ्यों को तोड़मरोड़ के मनमाफिक किस्सों के जरिये जनजाति समाज को अपमानित करने के उद्देश्य से व जातिगत घृणित मानसिकता के कारण यह किया गया ।
पूर्व में इन्ही शिक्षक महोदय द्वारा बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर पर भी इसी मानसिकता से अभद्र टिप्पणी सोसियल मीडिया पर की गयी थी । जिसके चलते इन्हें जेल जाना पड़ा । परन्तु सत्ता के संरक्षण के कारण यह पुनर्नियुक्ति पा गए । अपनी घृणित जातिगत मानसिकता का परिचय यह समय समय पर देते रहते हैं ।
कल जनजाति समाज ने प्रदर्शन कर इनकी अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग की है । जो कि वैसे ही अब तक हो जानी चाहिये थी ।
हम नीति माणा घाटी की जनता की मांग का समर्थन करते हुए न सिर्फ इनकी गिरफ्तारी की मांग करते हैं , इनकी सेवा भी तुरन्त समाप्त करने की भी मांग करते हैं । ऐसी घृणित व सीमित सोच के व्यक्ति को बच्चों को शिक्षित करने जैसी सेवा में रहने का कोई औचित्य नहीं है ।
हमारी इन घाटियों के समाज का इस क्षेत्र की सामाजिक सांस्कृतिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान है । जनजाति समाज से निकले व्यक्तियों ने इस क्षेत्र को राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान व नाम दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है । जिन पर हमें गर्व है । उनके इस योगदान के बदले ऐसी मानसिकता को बढ़ावा देना कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिये । हम समस्त क्षेत्र की जनता की तरफ से इस प्रकरण पर सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग करते हैं । यह इस समस्त क्षेत्र का अपमान है ।
अतुल सती ( ग्राउंड जीरो)
Suwarn Rawat
शिक्षा के क्षेत्र में इस तरह की मानसिकता वाले शिक्षकोँ की घोर निंदा के साथ किसी ख़ास समुदाय पर उनकी अपमानजनक टिप्पणी पर सख़्त कारवाही होनी चाहिए।