नाना पाटेकर लाता मनारी, जोशीमठ में : चल जीवी लाइए गुजराती फिल्म की मराठी रीमेक की शूटिंग के सिलसिले में

अतुल सती

“चल जीवी लाइये” गुजराती की सुपर हिट फिल्म थी । अब उसी फ़िल्म के मराठी रीमेक की शूटिंग जोशीमठ के लाता मलारी क्षेत्र में चल रही है । यह नीति सीमा की तरफ जाने वाली बेहद सुंदर घाटी है । बहुत कम पर्यटक इस तरफ जाते हैं । गुजराती फ़िल्म की शूटिंग भी यहीं हुई थी । उस फ़िल्म में इस घाटी के सौंदर्य को बहुत शानदार ढंग से दिखाया है । यू ट्यूब पर ही साढ़े 5 मिलियन व्यू हैं फ़िल्म के ट्रेलर के । गुजराती और मराठी दोनों के निर्देशक विपुल मेहता ही हैं ।

दो दिन से फ़िल्म का डेढ़ सौ लोगों का क्रू (crew ) लाता में शूट कर रहा है । आज लाता से पहले सलधार में रास्ता बंद हो गया । यहां एक बड़ी चट्टान आ गिरी है । सड़क निर्माण के कारण पिछले काफी साल से यहां अक्सर ही यह होता रहता है । आम तौर पर स्थानीय आम जन ही इसको झेलते हैं । मगर आज सुबह से फ़िल्म की टीम भी इसमें फंस गई है । जिससे उनकी शूटिंग बाधित है । उनके एक दिन दो दिन के नुकसान की कीमत है .. आम स्थानीय लोगों के पास तो ऐसा कोई महत्वपूर्ण कार्य होता नहीं है इसलिए उनके नुकसानकी कोई खास कीमत नहीं सो उसकी परवाह भी कौन करे ?
कल ही मास्को व बूसान फ़िल्म फेस्टीवल में चुनी गई फ़िल्म “पाताल ती ” भी देखी । संतोष रावत जो फ़िल्म के निर्देशक हैं स्वयं घर पर देहरादून में दिखा गए । वह फ़िल्म भी मलारी गमशाली रुद्रनाथ में ही शूट हुई है । उस फ़िल्म में भी इस घाटी के सुंदर दृश्य आपको आकर्षित करते हैं । विदेश में भी दर्शकों को इन दृश्यों ने खूब आकर्षित किया ।
इस क्षेत्र का अनदेखा अनचीन्हा सौंदर्य लोगोंको धीरे धीरे अपनी ओर खींच रहा है । लोग नया देखना चाहते हैं । इस फ़िल्म की कहानी भी उसी तरह के नए को ढूंढने देखने एक्सप्लोर करने के चाहत की कहानी है । जो इस इलाके पर ठीक जँचती है ।
मगर इस तरह की व्यवस्थाओं के रहते कैसे यह सम्भव है .?
सड़कों के इतने ज्यादा चौड़ा होने के बजाय स्थिर ,सुरक्षित व खूब बढ़िया रखरखाव होना चाहिए । परन्तु उससे कमीशन के दलाली के रास्ते बंद होते हैं ।
भ्रष्टाचार का सिर्फ एक चेहरा नहीं है, एक सतह नहीं है । सिर्फ नौकरी में नहीं इनकी नियत में है । सो इसे हर जगह से बुहारने की जरूरत है ।

फोटो क्रेडिट : Narendra Rana