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IFSMN ने मनाया 40वां स्थापना दिवस — प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में पत्रकारों ने साझा की चुनौतियां और समाधान

संवादाता

नई दिल्ली। इंडियन फेडरेशन ऑफ स्मॉल एंड मीडियम न्यूज़पेपर्स (IFSMN) ने आज प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली के प्रांगण में अपने चालीसवें स्थापना दिवस का भव्य आयोजन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर देशभर से वरिष्ठ पत्रकार, संपादक, छोटे एवं मध्यम समाचार पत्रों के प्रतिनिधि और प्रेस से जुड़े विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। कार्यक्रम में पत्रकारिता के समक्ष आ रही चुनौतियों, उनके समाधान और पत्रकार हित से जुड़ी योजनाओं पर गहन चर्चा की गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फेडरेशन के सेक्रेटरी जनरल लक्ष्मण पटेल थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में फेडरेशन के जॉइंट जनरल सेक्रेटरी एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री अशोक कौशिक ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस गरिमामयी समारोह की अध्यक्षता फेडरेशन की दिल्ली यूनिट के अध्यक्ष सुरेंद्र जिंदल ने की।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार एवं श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने पत्रकार सुरक्षा कानून की अनिवार्यता पर जोर देते हुए कहा कि “जिस प्रकार छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू हुआ, उसी तरह देशभर में यह कानून बनना चाहिए। राष्ट्रीय स्तर पर पत्रकार सुरक्षा के लिए ठोस और प्रभावशाली कानून की सख्त ज़रूरत है, जिसके लिए हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं।”

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के एग्जीक्यूटिव मेंबर एवं वरिष्ठ पत्रकार सुनील नेगी ने छोटे समाचार पत्रों के समक्ष आ रही चुनौतियों — विशेष रूप से प्रकाशन, विज्ञापन और सरकारी नीतियों से जुड़ी समस्याओं — पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि “छोटे और मध्यम अखबारों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को विशेष नीति बनानी चाहिए, ताकि लोकतंत्र की जड़ें और मज़बूत हों।”

मान्यता प्राप्त पत्रकार कल्याण समिति, दिल्ली के संयोजक एवं वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र गुप्ता ने कहा कि जिन राज्यों की यूनिट ने उल्लेखनीय कार्य किया है, उन्हें स्थापना दिवस पर सम्मानित किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने पत्रकार पेंशन योजना को प्रभावी रूप से लागू करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि “वरिष्ठ पत्रकारों को सामाजिक सुरक्षा देना समय की मांग है और इसके लिए एक पारदर्शी और ठोस पेंशन योजना बनाई जाए।”

फेडरेशन के महासचिव लक्ष्मण पटेल ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी पत्रकारों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि “संस्था पिछले 40 वर्षों से लघु एवं मझोले समाचार पत्रों के अधिकारों और हितों के लिए संघर्षरत है और आगे भी पत्रकारों की स्वतंत्रता, सुरक्षा और कल्याण के लिए संघर्ष करती रहेगी।” उन्होंने बताया कि इस अवसर पर 40 वरिष्ठ पत्रकारों को 40 ग्राम चांदी से निर्मित आभूषण भेंट कर सम्मानित किया जाएगा।

हिंद आत्मा दैनिक समाचार पत्र (गाजियाबाद) के संपादक एवं फेडरेशन के जॉइंट जनरल सेक्रेटरी अशोक कौशिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि “सरकार को समाचार पत्रों और पत्रकारिता के हित में लचीला, सहयोगपूर्ण और सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए। छोटे और मझोले समाचार पत्र लोकतंत्र के आधार स्तंभ हैं, जिनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाना चाहिए।”

कार्यक्रम का सफल मंच संचालन फेडरेशन के दिल्ली प्रभारी रजनीकांत तिवारी ने किया। अतिथियों का स्वागत श्याम सुंदर और पवन कश्यप ने किया।

इस अवसर पर पहलगांव हमले के वीर शहीदों को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित पत्रकारों ने पत्रकारिता की स्वतंत्रता, निष्पक्षता और एकजुटता के लिए सामूहिक संकल्प लिया। साथ ही छोटे एवं मध्यम समाचार पत्रों के अधिकारों की रक्षा और पत्रकार हितों के लिए संगठन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का वादा किया।

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