सीएम साहब को सरप्राइज
आकाश नागर , पत्रकार
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी से मैं जब मिला हूं तो दो रुपों में …एक मित्र और दूसरे पत्रकार।
लेकिन इस बार पहली बार देहरादून में धामी जी को मेरा तीसरा रुप दिखाई दिया …वह था ग्राम पाठशाला टीम का एक सदस्य।
देहरादून स्थित होटल सेफर्ट सरोवर में लोक प्रहरी के कार्यक्रम में ‘उत्तराखंड के स्तंभ’ सम्मान समारोह में जब मैं मंच पर मौजूद सीएम धामी के सामने ग्राम पाठशाला टीम के सदस्यों के साथ पहुंचा तो एक बानगी वह मुझे देखकर सस्पेंस में आ गए… मुझे इस रुप में देखकर उन्हें हर्षोल्लास हुआ। उन्हें शायद यह पहली बार पता चला कि मैं पत्रकारिता के साथ – साथ सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ा हूं और वह भी ऐसी टीम के साथ जो अपने ‘मिशन एजुकेशन’ में देशभर में लाईब्रेरी खुलवाने का कीर्तिमान बनाने की ओर अग्रसर है।
मैंने मंच पर धामी जी को ‘भाई राम – राम’ कहां ( मैं धामी जी से जब भी मिलता हूं भाई राम – राम कहकर ही उनका अभिवादन करता हूं )
इसके बाद उन्होंने प्रत्युत्तर में ‘राम – राम भाई’ कहां, साथ ही उनके चेहरे पर आए ख़ुशी के भाव स्पष्ट नजर आए। उन्होंने पूछा ‘घर पर सब ठीक ठाक है।’ मैंने कहा – ‘जी हां।’
इसके बाद उनका अगला सवाल था ‘गाजियाबाद से कब आए।’ मैंने कहा ‘आज ही।’ अपनी ग्राम पाठशाला टीम की तरफ इशारा करते हुए मैंने कहा ‘इनके साथ आया हूं।’
मौका भी था और दस्तूर भी। सो मैंने उन्हें मंच पर ही अपनी ग्राम पाठशाला की मुहिम की बदौलत बताया कि अब तक सात राज्यों में 500 से अधिक लाईब्रेरी स्थापित कराने में टीम रिकॉर्ड कायम कर चुकी हैं। अब आठवें राज्य उत्तराखंड की पहल है। इस पर सीएम साहब ने ‘स्वागत है भाई’ कहा।
इसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी जी को हमारे द्वारा ग्राम पाठशाला की स्मारिका भेंट की गई।
गर्वित महसूस करने वाला पल यह था कि सीएम साहब ने हमारे ग्राम पाठशाला संगठन की गतिविधियों और उपलब्धियों भरी विडियो को स्क्रीन पर देखा और बीच – बीच में तालियां बजाकर हमारी हौसला अफजाई भी की।
इस दौरान मंच से केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और भाजपा के महामंत्री ( संगठन ) अजेय कुमार जी ने भी ग्राम पाठशाला टीम के कार्यों की सराहना की।
उत्तराखण्ड में 500 से अधिक पुस्तकालय स्थापित करने के लिए मुबारक़!