मनोज नेगी के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की दिल्ली के उत्तराखंडी समाज ने
बलजीत नगर दिल्ली (दुर्गा मोहल्ला,कुमाऊ गली )अपराधियों का मनोबल चरम पर है। कल रात लगभग 9 बजे होनहार बालक माता पिता का इकलौता पुत्र मनोज नेगी पुत्र श्री चन्दन सिंह नेगी, उम्र लगभग 17 वर्ष, वर्तमान निवास स्थान T- 650 दुर्गा मोहला कुमाऊ गली,मूल निवास रानीखेत उत्तराखंड की निर्गम हत्या दो नाबालिक और एक बालिक लड़के द्वारा दुर्गा मोहल्ला कुमाऊ गली बलजीत नगर में कर दी गई !
दो नाबालिक अपराधियों को पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया पटेल नगर दिल्ली थाने में पूछताछ की जा रही हैँ और बालिक नौजवान हत्यारा फरार हैँ जिसका पटेल नगर थाना दिल्ली पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पा रही हैँ, फरार हत्यारे अपराधी का ना पकड़ा जाना थाना पटेल नगर पुलिस की सांठगांठ,मिली जुली आशंका व्यक्त की जा सकती है !
हत्या का मुख्य आधार छेड़खानी से सम्बंधित बताया जा रहा है मृतक मनोज नेगी की बहिन को तीनो अपराधियों द्वारा परेशान किया जा रहा था जिसकी जानकारी मृतक मनोज नेगी की बहिन ने अपने परिजनों के साथ साँझा किया और मृतक मनोज नेगी ने तीनो अपराधियों से बात की और छेड़खानी और परेशान ना करने का आग्रह किया गया था इसी रंजिश के कारण तीनो ने मिलकर कुशल होनहार बालक मनोज की निर्गम हत्या कर दी !!
अगर थाना पटेल नगर दिल्ली पुलिस यूँ ही मूकदर्शक बना रहा तो बलजीत नगर दिल्ली क्षेत्र में अपराधियों के तांडव से आम आदमी का जीना क्षेत्र में दूभर हो जाएगा ।
उत्तराखंड समाज, सामाजिक संगठनों और समाज सेवकोंका दायित्व और जिम्मेदारी बनती हैँ की हम इस निर्गम हत्या के खिलाफ एकजुट एकमुठ एक जगह एकत्रित होकर आवाज़ उठाएं और पुलिस प्रशाशन पर दबाव बनाकर दोषी अपराधियों को फांसी के फंदे तक पंहुचायें.
मनोज नेगी की जघन्य हत्या के विरोध में उत्तराखंड समाज के लोगों ने उत्तराखंड लोक मंच के बेनर तले पटेल नगर थाने के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया व् शादीपुर मेट्रो स्टेशन के बाहर ट्रेफिक जाम कियI. प्रदर्शनकारियों ने इस जघन्य हत्या और मृतक मनोज जोशी की बहन के साथ छेड़खानी करने वाले हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की.
प्राप्त सूचना के मुताबिक इन दुर्दांत हत्यारों के अपनी बहन की छेड़खानी के विरोध में मनोज को कई मर्तबा बड़ी ही बेरहमी से निरंतर चाकुओं से गोद गोद कर मार डाला. अभी तक तीसरा हत्यारा फरार है.
इसी बीच खबर मिली है कि मृतक मनोज के पिता, माँ और बहन इस घटना के बाद बेहद चिंतित , डरे हुए और दहशतज़दा हैं. जी तरह से पहले उनकी बिटिया के साथ इन दरिंदों ने छेड़खानी की और फिर ऐतराज़ करने पर बेटे मनोज को चाकुओं से गोद डाला, इससे साफ़ झलकता है कि इन दरिंदों को पुलिस और क़ानून का कोई खौफ नहीं है . चूँकि मनोज का असल कातिल अभी भी फरार है जाहिर है इन हत्यारों का उनके परिवार को अभी पूरा खतरा है. पुलिस को चाहिए कि इस पीड़ित परिवार को फौरी तौर पर पूर्ण सुरक्षा दी जाय.
मृतक मनोज नाबालिग था और माँ बाप का अकेला सहारा.