उत्तराखंड का निर्माण कुमाऊं-गढ़वाल तथा जौनसार समाज को जोड़ने के लिए हुआ है बांटने के लिए नहीं : अजय भट्ट

उत्तराखंड के देवत्व को बेहतर जानने की आवश्यकता

नई दिल्ली, 18 दिसम्बर 2022 को साउथ ब्लाक से मात्र 5 किमी. की दूरी पर नानकपुरा, मोती बाग सरकारी कालोनी में उत्तराखंड सांस्कृतिक मंच के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करते हुए रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट ने देवभूमि उत्तराखंड के बारे में चौंकाने वाली जानकारियों से दर्शकों के हुजूम को हतप्रभ कर दिया।


श्री भट ने कहा, दिल्ली में रहते हुए आप लोगों ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं किन्तु उत्तराखंड से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों की अनभिज्ञता के लिए वहां जाने और देखने की सलाह दी। श्री भट ने देवभूमि की खासियत का जिक्र करते हुए बताया कि भगवान शिव – पार्वती के विवाह से संबद्ध अग्नि कुंड किस प्रकार त्रियुगी नारायण, रुद्र प्रयाग में आज भी जीवंत है और सरस्वती नदी किस तरह से उद्गम स्थल के पास ही लुप्त हो जाती है तथा गणेश गुफा व व्यास गुफा देखने की जगह हैं।


श्री भट ने कहा कि उत्तराखंड का निर्माण कुमाऊं-गढ़वाल तथा जौनसार समाज को जोड़ने के लिए हुआ है बांटने के लिए नहीं। जुड़ने की झलक इस कार्यक्रम में दिखाई दे रही है। श्री भट ने उत्तराखंड की संस्कृति के उन्नयन के प्रयासों में जुटे प्रवासी उत्तराखंडियों की सराहना की तथा उत्तराखंड व केंद्र सरकार से सहयोग का आश्वासन भी दिया।

श्री भट ने उत्तराखंड संस्कृति में प्रख्यात लोकगीत कलाकार श्री नरेन्द्र सिंह नेगी तथा स्व. गोपाल बाबू गोस्वामी के योगदान का भी उल्लेख किया।


रक्षा राज्य मंत्री होने के नाते श्री भट ने सीमाओं पर तैनात सैनिकों का जिक्र करते हुए कहा कि किस प्रकार सैनिक अपने घर परिवार को भुलाकर केवल देश को याद रखते हुए सेवा करते हैं ठीक उसी तरह हमें भी कुमाऊं गढ़वाल का भेद भुलाकर केवल उत्तराखंड की बात करनी चाहिए।


उक्त कार्यक्रम में श्री भट के अलावा प्रसिद् कारोबारी एनएस लडवाल, पीसी नैनवाल, ब्रिगेडियर चमोलीजी, बॉलीवुड कलाकार गणेश रौतेला, स्थानीय पूर्व विधायक अनिल शर्मा, आरकेपुरम से नव निर्वाचित पार्षद धरमवीर, पूर्व पार्षद राधेश्याम शर्मा, पूर्व पार्षद मनीष अग्रवाल, पूर्व पार्षद अनिल मलिक, सुनील नेगी, अध्यक्ष, उत्तराखंड पत्रकार फोरम तथा गिरीश चन्द्र ब्रजवासी, उपाध्यक्ष, कुर्मांचल सांस्कृतिक संगठन मौजूद थे।

By Girish Brijwasi

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