उपबोलियों के संकीर्ण दायरे से मुक्त करें! गढ़वाली भाषा है! सचेतन सगर्व कहें!
-
Uttrakhand
गढ़वाली को बोली, उपबोलियों के संकीर्ण दायरे से मुक्त करें!
गढ़वाली भाषा है! सचेतन सगर्व कहें!नरेन्द्र कठैत पगडंडी से साथ-साथ उतरते 10-12 वर्ष की वय के बालकों से मुखातिब हो पूछा- ‘आपको गढ़वाली आती है?’…
Read More »