GHANA BHAI IS A REAL GEM. जो बॉलीवुड के लिए जॉनी लीवर हैं, वही घन्ना भाई ,गढ़वाल, उत्तराखंड के लिए हैं. मिलेगा लाइफ अचीवमेंट अवार्ड
घनानंद उर्फ घन्ना भाई उत्तराखंड के सांस्कृतिक अकादमी के प्रमुख भी रह चुके हैं और उत्तराखंड के वन विभाग में सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होने के बाद भाजपा के टिकट पर पौड़ी गढ़वाल निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़े थे। वह उत्तराखंड के एक प्रसिद्ध हास्य अभिनेता हैं, जिन्होंने उत्तराखंड, देहरादून, दिल्ली, मुंबई और विदेशों में सैकड़ों सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन करने सहित कई क्षेत्रीय गढ़वाली और कुमाऊंनी फिल्मों में अभिनय किया है और जबरदस्त नाम और शोहरत कमाई है।
जो बॉलीवुड के लिए जॉनी लीवर का नाम है, वही घन्ना भाई गढ़वाल उत्तराखंड के लिए हैं।
एक साधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि से आने वाले घन्ना भाई और महान गायक, गीतकार और संगीतकार नरेंद्र सिंह नेगी एक दूसरे के पूरक हैं, घन्ना भाई ने पूरे भारत और विदेशों में प्रतिष्ठित नरेंद्र सिंह नेगी के सैकड़ों कार्यक्रमों में प्रदर्शन किया है। युवा उत्तराखंड सिने पुरस्कार “युका” इस वर्ष प्रतिष्ठित हास्य अभिनेता घनानंद उर्फ घन्ना भाई को 31 अगस्त को लोधी कॉलोनी, नई दिल्ली के पास जवाहर लाल नेहरू ऑडिटोरियम में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित करेगा। इस समारोह में दिल्ली और एनसीआर में रहने वाले सैकड़ों दिल्लीवासी और उत्तराखंडी शामिल होंगे। क्षेत्रीय गढ़वाली और कुमाऊंनी फिल्मों के उत्कृष्ट निर्माता, अभिनेता, गीतकार, लेखक, खलनायक, नायिका, नायक, गायक, संगीतकार को भी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में युका पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। घन्ना भाई का जन्म 1953 में हुआ था I घन्ना भाई लवाली गाँव गगवाड़स्यूं पौड़ी गढ़वाल से हैंI
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन, जिला पौड़ी से प्राप्त की। घन्ना भाई ने 1970 में #रामलीला नाटकों में अभिनय करके अपनी कलात्मक यात्रा शुरू की। 1974 में उन्होंने रेडियो, दूरदर्शन पर कार्यक्रम दिए। उसके बाद उन्होंने भारत के कई मंचों पर प्रस्तुति दी। उन्होंने गढ़वाली फिल्मों घरजावें, चक्राचल, बेटीब्वारी, सुबेरू घाम, जीतूबगड्वाल, सतमंगल्या, #ब्वारी हो ता यानि और सुपरहिट फिल्मों #घन्ना भाई एम, बी, बी, एस, घन्ना गिरगिट और यमराज और कई अन्य फिल्मों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया। Ghanna Bhai is a real Gem.
घन्ना भाई के शुभ चिंतक प्रो. संपूर्ण सिंह रावत , लैंसडौन बीएसई के मुताबिक : बेशक.. गढ़वाली लोक हास्य और व्यंग्य आधारित अभिनय में घन्ना भाई का कोई जवाब नहीं है। वे इस कला के बेताज बादशाह हैं। रंगमंच हो या फिल्म वे किरदार में इस तरह समा जाते हैं..कि उनकी परफॉर्मेंस स्क्रिप्ट राइटर और निर्देशक की मूल परिकल्पना से कई गुना बेहतर निकल कर सामने आती हैं। घन्ना भाई जन्मजात प्रतिभाशाली कलाकार हैं। उनमें कमाल का सेंन्स आफ ह्यूमर है। पता नहीं चलता है कि वे कब और कैसे हर मामूली बात और किस्से को जबरदस्त न थमने वाले हंसी के ठहाकों में बदल दें। उनकी अभिनय कला की ख्याति व्यापक है और इस विधा में उन्हें लम्बा अनुभव है । उत्तराखंड में ही नहीं अपितु देश विदेश में भी घन्ना भाई अपनी हास्य प्रस्तुतियों में स्वाभाविक और यादगार अभिनय के लिए खासे चर्चित है। वे गढ़वाली हास्य और व्यंग्य की दुनिया में ऐसे छाए हुए हैं कि जाने अनजाने लोग जैसे ही उनसे मिलते हैं…उनके चेहरे पर लम्बी सी मुस्कान दौड़ जाती है।
ऐसे हंसी, मुस्कराहट और हरदम खुशी बांटने वाले शख्स के अपने जीवन में ढेरों दुख और परेशानियां रहीं। मैं बरसों से उन्हें बहुत करीब से जानता हूं । दूसरों के चेहरे पर मुस्कुराहट और खिलखिलाहट लाने के लिए इस लोक कलाकार ने अपने ग़म दबाए और दर्द छुपाए रखें।
ऐसे लोक कलाकार को “लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड” से सम्मानित किया जाएगा यह उत्तराखंड के सुदूरवर्ती इलाकों के ग्रामीणों, रंगकर्मियों और गढ़वाली सिनेमा से जुड़े सभी कलाकारों, कलाप्रेमियों और मित्रों के लिए उत्साहवर्धन खुशखबरी है।
All the best Ghanna Bhai.