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विश्व स्तर पर प्रशंसित वायलिन वादक और सूफी गायक उस्ताद जौहर अली खान द्वारा एसएयू विश्वविद्यालय, दिल्ली में मनमोहक संगीत संध्या


दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय, दिल्ली ने 29 अक्टूबर 25 को एक मधुरमई संगीत संध्या का आयोजन किया, जहाँ विश्व स्तर पर प्रशंसित संगीतकार उस्ताद जौहर अली खान और उनके प्रतिभाशाली संगीतकारों की टीम ने अपने भावपूर्ण संगीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

जौहर अली खान एक भारतीय शास्त्रीय वायलिन वादक हैं। वह रामपुर के गौहर अली खान के पुत्र और शिष्य हैं, और रामपुर के पटियाला घराने से ताल्लुक रखते हैं। उनके दादा अली बख्श जरनैल थे, जो पटियाला घराने के संस्थापक थे।

इस संध्या में सम्मानित अतिथियों श्री मंजुल थपलियाल-अध्यक्ष AMON (ऑस्ट्रेलियाई बहुसांस्कृतिक संगठन नेटवर्क) भारत और CEO- विज़न्स अहेड फाउंडेशन, श्री नवीन जिंदल (राजनेता), श्री नरेंद्र सिंह लाडवाल (उद्योगपति), श्री निर्मल सिंह नामधारी (संस्थापक सदस्य, AMON ऑस्ट्रेलिया), डॉ. (प्रो.) कविता थपलियाल, एमिटी विश्वविद्यालय, श्री सनी दुग्गल (उद्यमी, ऑस्ट्रेलिया), प्रतिष्ठित शिक्षाविद और एशियाई देशों के कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। यह कार्यक्रम एसएयू के अध्यक्ष एवं प्रख्यात शिक्षाविद् प्रो. के.के. अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना के साथ हुआ। इसके बाद, उस्ताद जौहर अली खान ने वायलिन पर मधुर स्वर-संगीत की एक श्रृंखला प्रस्तुत की, जिसका अन्य वाद्य यंत्रों पर उनकी अत्यंत प्रतिभाशाली, बहुसांस्कृतिक टीम ने भी अच्छा साथ दिया।

यूनिवर्सिटी एम्फीथिएटर में खचाखच भरे दर्शकों के लिए भावपूर्ण सूफी गीतों, कवाली, बॉलीवुड, फ्यूजन और वाद्य संगीत की भरमार थी। संगीत संध्या का समापन शास्त्रीय संगीत के माध्यम से वैश्विक शांति और एकता के संदेश के साथ हुआ, जिसमें भारत हमेशा अग्रिम भूमिका में रहा है।

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