मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता , दिल्ली के सातों सांसद दिल्ली सीमा में लगाए टोल प्लाजा हटवाने के लिए केंद्र सरकार से करें तत्काल बातचीत: दयानंद वत्स बरवाला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दिल्ली मूल ग्रामीण पंचायत

दिल्ली में दिल्ली वालों पर आज तक। कोई टोल प्नहीं लगा और ना ही टोल प्लाजा बना। दो रिंग रोड पहले से ही हैं। यह तीसरी रिंग रोड है जिसे UER2 का नाम दिव्या गया। इसका निर्माण डीडीए को करना था। यह मास्टर प्लान में भी है। किन्हीं कारणों से डीडीए ने इसे NHAI को दे दिया। उसने इस पर दो टोल प्लाजा दिल्ली की सीमा में ही लगा दिए हैं। जो ना केवल दिल्ली देहात के 357 गांवों के लाखों लोगों के लिए बल्कि यहां से आवागमन करने वाले दिल्ली के ही लोगों के लिए एक नई मुसीबत बन गए हैं। यहां दो टोल प्लाजा लगाना दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात है। जो 11 हजार करोड की लागत इस यूईआर-2 को बनाने में लगी है वह पूरा भुगतान डीडीए हैको करके इसे अपने हाथ में ले। यह दिल्ली के करोडों लोगों के टैक्स के पैसे से बना है।
केंद्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया तत्काल इन दोनों टोल प्लाजा को यहां से उखाड़े। दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता और उनका मंत्रिमंडल अभी तक इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
दिल्ली सरकार और उनका पूरा मंत्रिमंडल इस समस्या के त्वरित समाधान के लिए केंद्र सरकार से वार्ता कर इसका हल निकालें। यह दिल्ली सरकार की भी जिम्मेदारी है जि वह दिल्ली के लाखों लोगों पर थोपे गये टोल टैक्स को दिल्ली की सीमा से हटवाएं। दिल्ली मूल ग्रामीण पंचायत के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिक्षाविद् दयानंद वत्स बरवाला ने दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी मंत्री, दिल्ली के सभी सातों सांसदों से आग्रह किया है कि वह तत्काल इन दोनों टोल प्लाजा को मुंडका बक्करवाला, भरथल-बिजवासन से हटवाएं।यह सारी दिल्ली की समस्या है ना कि दिल्ली देहात की।