आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के बैनर तले जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें देशभर से हजारों किसान शामिल हुए

आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के बैनर तले जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें देशभर से हजारों किसान शामिल हुए।
आज किसान महापंचायत से पहले कल देर रात को भारत सरकार के कृषि मंत्रालय की तरफ से एक चिट्ठी संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) को भेजी गई जिसमें अति शीघ्र किसानों के प्रतिनिधिमंडल से मीटिंग करने के लिए तिथि तय करने की बात कही गयी।
आज भारी बारिश के बावजूद जंतर-मंतर पर आयोजित महापंचायत में किसानों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया, अलग-अलग जगहों पर पुलिस द्वारा चेकिंग के बहाने किसानों को रोकने का प्रयास किया गया, चेकिंग की वजह से सड़कों पर लंबे जाम लग गए जिस वजह से बड़ी संख्या में किसान जाम में फंसे रहे और पंचायत स्थल तक नहीं पहुंच पाए लेकिन उसके बावजूद हजारों किसान महापंचायत में पहुंचे।
आज की किसान महापंचायत में मुख्य तौर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल, पी. आर. पांड्यन, अनिल तालान, राजवीर सिंह, बलदेव सिंह सिरसा, सतनाम सिंह बेहरु, काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़, जरनैल सिंह, गुरदास सिंह, जगमीत सिंह बराड़, मनिंदर सिंह मान, सुरेश पाटिल (क़ुर्बुरु शांताकुमार के प्रतिनिधि), लीलाधर सिंह राजपूत, इंदरजीत सिंह पन्नीवाला, जयवीर यादव (हरपाल चौधरी के प्रतिनिधि), नितिन बालियान, मनप्रीत सिंह बाथ, सुखपाल डफर, रघुवीर पंघाला, जितेंद्र शर्मा, सोनवीर सिंह, ए. एस. बाबू आदि मौजूद रहे।
कृषि मंत्री के नाम सौंपा गया मांगपत्र –
माननीय शिवराज सिंह चौहान जी
कृषि मंत्री, भारत सरकार
विषय – किसानों की अति-महत्वपूर्ण मांगों को पूरा करवाने के लिए पत्र।
माननीय
MSP गारंटी कानून समेत खेती-किसानी के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर किसानों का 401 दिनों तक शांतिपूर्ण आंदोलन शम्भू, खनौरी एवम रत्नपुरा बॉर्डरों पर चला जिस दौरान केंद्र सरकार के साथ 7 दौर की बातचीत हुई। MSP गारंटी कानून समेत शम्भू, खनौरी एवम रत्नपुरा मोर्चों पर चले आंदोलन की अन्य सभी लंबित मांगों के विषय में आज 25 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) द्वारा दिल्ली में 1 दिवसीय शांतिपूर्ण किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिस में देशभर से किसानों ने भाग लिया।
आज की किसान महापंचायत की मुख्य मांगें –
1). MSP गारंटी कानून बनाने समेत शम्भू, खनौरी एवम रत्नपुरा मोर्चों पर चले आंदोलन की सभी लंबित मांगें पूरी करी जाएं।
2). भारत-अमेरिका के मध्य प्रस्तावित व्यापार समझौते से खेती, डेयरी, पोल्ट्री एवम मछली पालन सेक्टरों को बाहर रखा जाए।
3). किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज किए गए झूठे मुकदमे रद्द किये जायें।
इन सभी मांगों के विषय में हम ने 22 अगस्त को आपको एक पत्र भी लिखा है एवम हमारा विनम्र निवेदन है कि किसानों की इन सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
सधन्यवाद
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक)
सम्पर्क – 8950456616