




राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र भीषण गर्मी की चपेट में है, वहीं उत्तराखंड में बारिश ने कुछ इलाकों में तबाही मचा दी है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दिखाया गया है कि महज बीस मिनट की भारी बारिश ने जोशीमठ – चमोली/ पीपलकोटी में नदियों और आस-पास के इलाकों को नुकसान पहुंचाया है। बाढ़ के साथ ऊपर से टनों कीचड़ और मिट्टी बह आई है, कई कारें और टेम्पो आदि बुरी तरह डूब गए हैं और कई कृषि क्षेत्र भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उत्तराखंड में गर्मियों के दौरान भी कभी-कभी बारिश होती है, जिसके परिणामस्वरूप ऊंचे पहाड़ों से भारी मात्रा में पानी बहकर निचले इलाकों में आ जाता है, जिससे कृषि क्षेत्र नष्ट हो जाते हैं, नाले उफान पर आ जाते हैं, घर, कार, वाहन, सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और कभी-कभी क्षतिग्रस्त घरों के मलबे या सड़कों और राजमार्गों पर चलती गाड़ियों में गिरने वाले पत्थरों की चपेट में आकर लोग मारे भी जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं और कुछ बेहद घातक भी। जोशीमठ में आज नदियों का उफान इतना अधिक था कि महज बीस मिनट की बारिश में कई वाहन डूब गए। जोशीमठ के अतुल सती ने फेसबुक पर संक्षिप्त पोस्ट हिंदी में लिखा: मई के महीने में बादल फटना या भारी बारिश मौसम में बदलाव का संकेत है। जोशीमठ में भी आज 15-20 मिनट तक भारी बारिश हुई। मौसम में हो रहे इन बदलावों का सीधा असर अब आम लोगों पर पड़ रहा है, यह अब सिर्फ वैज्ञानिक कल्पना या सिद्धांत नहीं रह गया है।
प्रकृति के साथ अत्यधिक छेड़छाड़ इस प्रक्रिया और संकट को और बढ़ाएगी… सती ने एक्स पर लिखा।
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