


SUNIL NEGI
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते युद्ध के बीच एक ओर जहां भारतीय सेना ने करीब चार सौ ड्रोन में से अधिकांश को नष्ट कर दिया है, वहीं उसने अपने ताजा हवाई हमलों के दौरान सियालकोट में आतंकी लॉन्च पैड, 7 एयरबेस और कई अन्य पाक सेना प्रणालियों को बमबारी करके पूरी तरह से नष्ट कर दिया है, जिसमें नूरखान, शोरकोट, Jakokabad और मुरीद आदि एयरबेस शामिल हैं।
इन हवाई हमलों में पाकिस्तान के एयरबेसों को भारी नुकसान हुआ है। भारत पर चार सौ में से अधिकांश ड्रोन हमलों को पूरी तरह से निष्प्रभावी कर दिया गया है। पाकिस्तानी सेना बुरी तरह घबरा गई है।
विभिन्न समाचार रिपोर्टों का खुलासा करते हुए भारतीय सेना के लड़ाकू विमानों द्वारा कल रात हमलों को अंजाम दिया गया। पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर भी भारी तबाही हुई है।
इन तबाही में सियालकोट antankwadi launch pad भी शामिल है जो पूरी तरह से नष्ट हो गया है।
भारतीय सेना के हवाई हमलों में रहीमयार खान, सुकुर, चुनिया, रफीकी, मुरीद, चकलाला में पाकिस्तानी सेना की Air bases को bhari नुकसान पहुंचा I
भारतीय सेना की इन विश्वसनीय air स्ट्राइक में पाकिस्तान के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को भी निशाना बनाया गया है। जैसलमेर, हिमाचल प्रदेश, बाड़मेर, जम्मू, पठानकोट, फिरोजपुर, बारामुल्ला, अमृतसर और भुज में कई ड्रोन हमले हुए हैं, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने उन सभी को नाकाम कर दिया है। हालांकि, फिरोजपुर में कई नागरिक घायल हुए हैं।
श्रीनगर हवाई अड्डों पर लगातार तीन ड्रोन हमले भी हुए, जिनका प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया।
जम्मू में शंभू मंदिर पर भी हमला होने की खबर है, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि पाकिस्तान समाज में सांप्रदायिक विभाजन को भड़काने के लिए धार्मिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है।
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध की स्थिति पर विदेश मंत्री श्री जयशंकर से बात की। अमेरिका ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख से भी बात की है और उन्हें स्थिति में शांति लाने का निर्देश दिया है। विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स में लिखा: आज सुबह अमेरिका के @सेकरुबियो से बातचीत हुई। भारत का दृष्टिकोण हमेशा से ही संतुलित और जिम्मेदार रहा है और आगे भी ऐसा ही रहेगा।
ऐसी भी खबरें हैं कि भारतीय हवाई हमलों के पहले दिन कश्मीर और पहलगाम में पाक प्रायोजित आतंकवादी हमलों के पांच सरगना मारे गए हैं, जिनमें लश्करे तैयबा के मुदस्सर कादियान, मोहम्मद हसन खान, हाफिज, मोहम्मद जमील आदि शामिल हैं। ये आतंकवादी भारत सरकार द्वारा सर्वाधिक वांछित थे। युद्ध की स्थिति के बढ़ने और जैसलमेर में बढ़ते ड्रोन और मिसाइल हमलों को देखते हुए भारतीय सेना और वायु रक्षा प्रणाली द्वारा आसानी से निष्प्रभावी कर दिया गया है। जैसलमेर में ट्रेन की आवाजाही को तत्काल रोक दिया गया है। एक अन्य समाचार रिपोर्ट से पता चलता है कि देश के हर हवाई अड्डे पर सीआरपीएफ की निगरानी और उनकी संख्या बढ़ा दी गई है, खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों के पास।
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