तिलाड़ी काण्ड के शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि

आज 30 मई को तिलाड़ी कांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सीटू संगठन, नागरिक कल्याण समिति, नागरिक हस्तक्षेप मंच और उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के सदस्यों द्वारा जिला पंचायत परिसर पौड़ी स्थित सीटू कार्यालय में एकत्रित हो कर सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके संघर्ष को याद किया गया। बिना खलनायकों के कृत्यों का जिक्र किये गाथा कहाँ पूर्ण होती है? राजशाही के छल व दमन को, राजशाही के अत्याचार और नरसंहार की धटनाओं और अत्याचार का प्रतिरोध करने के लिए जन संगठनों की एकजुटता को भी याद किया गया कि कैसे राजशाही के अत्याचारों से त्रस्त जनता को संघर्षों और बलिदानों के पश्चात राजशाही से मुक्ति प्राप्त हुई और रियासत का भारत गणराज्य में बिलय हुआ। इस अवसर पर नागरिक मंच के दिगम्बर रावत ने इस बात पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि एक ओर हम तिलाड़ी कांड के शहीदों को याद करते हैं, नागेन्द्र दत्त सकलानी, भोलू भरदारी, श्रीदेव सुमन, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, जयानंद भारती जैसे लोगों को अपना नायक मानते हैं, वहीं राजनीतिक दल राजपरिवारों के निकम्मे और आम जनता से दूरी बना कर चलने वाले सदस्यों को टिकट बांटती है।
लेकिन मौजूद दौर भी किसानों, मजदूरों, श्रमिकों, बेरोजगारों, छोटे कारोबारियों और आम जनता के लिए लगातार बढ़ती दुश्वारियों से किसी राजशाही या गुलामी के दौर से कम कष्टदायक नहीं है। बेरोजगारी,महंगाई, आम आदमी की पहुँच से दूर होती शिक्षा, चिकित्सा चिंता का विषय बन चुकी है। गरीब तबके का घर का सपना बिखर रहा है। अतिक्रमण अभियान के नाम पर मजलूमों के सिर से छतें उजाड़ी जा रही हैं, बेघर किया जा रहा है। पूरे देश मे चंद धनाड्य और रसूखदार परिवारों, कार्पोरेट घरानौं, राजनेताओं, अफसर शाहों, दलालों, ठेके दारो के अतिरिक्त तमाम जन सामान्य तंग, त्रस्त और असुरक्षित महसूस कर रहा है। सत्ता जनता को धर्म की चासनी में डुबाने को कृतसंकल्प है, समाज को टुकड़े करने और नफरत परोसने में लगी है। सर्वत्र जूठ, फरेब और लूट का राज कायम है। सब संसाधन सीमित लोगों के हाथों में जा चुके हैं। एक तरफ सत्ता इतराते हुए फर्जी 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का दावा कर रही है, दूसरी ओर स्वयं कबूलती है कि 65% आबादी 5 किलो फ्री राशन पर पल रही है। इस सब के खिलाफ जन संघर्षों की धार को तेज करने के का भी इस अवसर पर संकल्प लिया गया।
आज सीटू का स्थापना दिवस दिवस भी है इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीटू के सचिव सुरेन्द्र सिंह रावत और अन्य वक्ताओं ने संगठन के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए मजदूरों के संघर्षों, आउटसोर्स कर्मचारियों, आंगनबाड़ी, भोजन माता, आशा कार्यकर्ताओं, किसानों की समस्याओं और उनके संघर्षों पर चर्चा की तथा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष का संकल्प लिया।

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