टेहरी गढ़वाल में बॉबी पंवार के नामांकन दाखिल करने के दिन हजारों युवाओं की उपस्थिति उत्तराखंड की सत्तारूढ़ पार्टी के लिए एक स्पष्ट चेतावनी संकेत है
उमाकांत लखेड़ा
अलग अस्तित्व में आने के बाद उत्तराखंड के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि जब बेरोजगार युवाओं के नेता और उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी बॉबी पंवार अपना नामांकन दाखिल करने गए थे तो उनके पीछे लगभग एक लाख युवाओं और आम जनता की इतनी बड़ी रैली हुई। हजारों युवा, विशेष रूप से वे बेरोजगार जिनकी मनोदशा और चेहरे पर उग्रता, निराशा और गुस्सा था, ने स्पष्ट रूप से उत्तराखंड के युवाओं के बीच बढ़ती निराशा को प्रदर्शित किया, जिन्हें पिछले 24 वर्षों से रोजगार में उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित कर दिया गया है और जिन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। भ्रष्ट नौकरशाहों और उत्तराखंड के मामलों के शीर्ष पर बैठे लोगों की हथेलियों को चिकना करने के लिए अवैध परितोषण के रूप में लाखों रुपये देने पड़ते हैं I
उत्तराखंड में भाजपा के राज में सरकारी नौकरियां सत्ताधारी नेताओं, चंद चहेते अफसरों और सत्ता के करीबी बिचौलियों के हाथों लाखों रुपए लेकर दूसरे राज्यों के लोगों को बेची गई। सरकारी संरक्षण में नकल माफिया ने पहाड़ के हजारों बेरोजगारों के भविष्य के साथ घिनौना खिलवाड़ किया। मोदी सरकार ने अग्निवीर लाकर हर साल सेना में भर्ती होकर परिवार का आर्थिक सहारा बनने के हजारों नौजवानों के सपने व रास्ते तबाह कर दिए। राज्य के कोने कोने से छात्र और नौजवान विरोध में उतरे तो पिछले साल धामी सरकार ने उन पर पुलिस बर्बरता से कईयों के हाथ पैर तोड़ डाले। अब उन्हीं नौजवानों का नेतृत्व करने वाला जाबांज युवा बॉबी पंवार के साथ जुटी भारी भीड़ ने धामी सरकार को बौना बना दिया। इन्ही बॉबी को धामी राज में पुलिस से पिटवाया गया और जेल में डलवाया। इस बार भी चुनाव में भी भाजपा के पास बेहिसाब पैसा और वोटरों को खरीदने के लिए सब कुछ है। बॉबी यूकेडी के टिकट पर उतर गए। वे हारें या जीतें लेकिन भाजपा की नाक में दम कर दिया। टिहरी में बॉबी पंवार के समर्थन में नामांकन में जुटे नौजवानों के इस सैलाब ने भाजपा के डबल इंजन के सामने चुनौती खड़ी कर दी।