मंत्री द्वारा एक व्यक्ति की बीच सड़क में ताबड़तोड़ पिटाई का वीडियो हुआ वायरल , उत्तराखंड के मंत्री जी सकते में ?
आज सुबह सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक पूर्व स्पीकर और वर्तमान में उत्तराखंड के एक कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल और उनके सुरक्षाकर्मी दो व्यक्तियों को सचमुच घूंसे मारते और पीटते दिख रहे हैं, जिनमें से एक ऋषिकेश के सुरेंद्र सिंह नेगी हैं।
व्यस्त सड़क के बीच मंत्री और उनके सुरक्षा कर्मियों द्वारा सुरेंद्र सिंह नेगी की, की जा रही ताबड़तोड़ पिटाई के चलते ऋषिकेश के इस हिस्से में ट्रेफिक जाम तो हुआ ही अराजकता की स्थिति भी पैदा हो गयी थी. । सुरक्षा कर्मियों और मंत्री के अलावा पीली शर्ट में एक व्यक्ति भी मंत्री और उनके अंगरक्षकों के साथ मिलकर पीड़ित को शारीरिक रूप से पीटता हुआ दिखाई दे रहा है, मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल भी पीड़ित को मुक्का मारने में व्यस्त हैं।
नवीनतम समाचार के अनुसार उत्तराखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल का ऋषिकेश के निवासी सुरेंद्र सिंह नेगी के साथ कुछ विवाद हुआ था। बहस बढ़ने पर सुरक्षाकर्मियों को पीड़ित को बार-बार मारते देखा गया और मंत्री भी नेगी को बार-बार मारते हुए उनके साथ शामिल हो गए, बाद में कुछ और लोग शामिल हो गए, एक पीले रंग की शर्ट में जो अपनी काली कार से उतरता है और पीड़ित को मंत्री के साथ मारना शुरू कर देता है ।
इस मारपीट को देखने वाले कुछ राहगीरों ने इस पूरे प्रकरण को अपने मोबाइल में कैद करने का कोई मौका नहीं गंवाया और आखिरकार इसे वायरल कर दिया।
अग्रवाल के पास कैबिनेट रैंक होने और पूर्व speaker होने के बावजूद, अपने ही निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित एक व्यक्ति को बार-बार घूंसा मारने के लिए मंत्री को इतना नीचे गिराने के लिए सोशल मीडिया में जबरदस्त नकारात्मक टिप्पणियां आ रही हैं।
उधर पत्रकारों से बातचीत करते हुए वित्त मंत्री उत्तराखंड ने सुरेंद्र नेगी को ब्लैकमेलर की संज्ञा दी और उनपर व् सुरक्षाकर्मियों पर हमला कयने का आरोप लगाया.
गौरतलब है कि प्रेम चंद्र अग्रवाल का नाम उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय में व्यक्तिगत रूप से उन्हें जानने वाले अन्य उम्मीदवारों के अलावा उनके बेटे और बहू की मनमानी नियुक्तियों में भी सामने आया था।
एक वित्त मंत्री और पूर्व स्पीकर के अपने ही विधानसभा क्षेत्र ऋषिकेश के एक व्यक्ति की पिटाई के इस वीडियो ने एक बहुत ही गलत संदेश भेजा है, जिसकी विभिन्न वर्गों के लोगों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने आलोचना की है।
उधर उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्य कान्त धस्माना और धीरेन्द्र प्रताप ने प्रदेश के वित्त मंत्री के इस आचरण के लिए उन्हें तात्कालिक प्रभाव से मंत्रिपद से निष्कासित करने की मांग की है. इन्होने भाजपा नेताओं और मंत्रियों पर सत्ता के नशे में अपने संवैधानिक पदों के दुरूपयोग का आरोप लगते हुए कहा कि एक कबीना मंत्री द्वारा एक फरियादी को इस तरह मारना इंसानियत की सारी हदों को लांघता है . ये कुकृत्य क्षमा योग्य कदापि नहीं है और इसकी जितनी निंदा की जाए कम है. इन दोनो ने इन्हे तुरंत मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग की है.
उधर उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्य कान्त धस्माना और धीरेन्द्र प्रताप ने प्रदेश के वित्त मंत्री के इस आचरण के लिए उन्हें तात्कालिक प्रभाव से मंत्रिपद से निष्कासित करने की मांग की है. इन्होने भाजपा नेताओं और मंत्रियों पर सत्ता के नशे में अपने संवैधानिक पदों के दुरूपयोग का आरोप लगते हुए कहा कि एक कबीना मंत्री द्वारा एक फरियादी को इस तरह मारना इंसानियत की सारी हदों को लांघता है . ये कुकृत्य क्षमा योग्य कदापि नहीं है और इसकी जितनी निंदा की जाए कम है. इन दोनो ने इन्हे तुरंत मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग की है.
आम लोगों के चुने हुए लोग ही अगर कानून अपने हाथ में लेकर ऐसा करेंगें तो आम आदमी का क्या होगा?
Very true sir
Sunil Negi