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Uttrakhand

पर्यावरण संरक्षण में जनसहभागिता जरूरी

ऋषिकेश।

नगर निगम ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में राष्ट्रीय वायु सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत नीला आकाश नामक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को वायु प्रदूषण नियंत्रण के प्रति जागरूक कर बुद्धिजीवी वर्ग सहित पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोगों को एक मंच पर एकत्र कर उनके अनुभवों का समाजहित में किस तरह प्रयोग किया जा सकता है कि प्रदूषण मुक्त नगर की कल्पना की जा सके।कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए नगर निगम की महापौर अनिता मंमगाई ने कहा कि मध्यप्रदेश के इंदौर नगर को स्वच्छता में ए स्टार रैंक प्राप्त हुआ है जिसमें वहाँ के नागरिकों की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है।हम प्रदेश में प्रथम स्थान पर आने के लिए कठोर परिश्रम करने होंगें।इस अवसर पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से प्रशान्त राय एवं दून विश्वविद्यालय के पर्यावरण सलाहकार डॉ विजय श्रीधर ने बताया कि किस प्रकार ऋषिकेश में विभिन्न विभागों के सहयोग से नगर निगम की वायु गुणवत्ता में सुधार किया जा रहा है।उन्होंने कहा नगर निगम ऋषिकेश देश के कुल एकसौ इकत्तीस शहरों में से उन सोलह शहरों की सूची में शामिल हुआ है जिनकी वायु की गुणवत्ता में अत्यधिक सुधार हुआ है।इस अवसर पर जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण सचेतक विनोद जुगलान ने कार्यशाला में उपस्थित सभी को पर्यावरण के अनुकूल जीवन जीने की प्रतिज्ञा दिलाई।उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किये जा रहे प्रयासों की पावर पॉइंट प्रजेंटेशन दिखाते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण का पुनीत कार्य सामूहिक प्रयासों से ही सफल होसकता है।कोई भी सरकारी योजना जनसहयोग के बिना सफल नहीं होसकती है।हमें मिलजुलकर प्रयास करने होंगे।
पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों से जुड़े वरिष्ठ नागरिक हेमन्त गुप्ता ने कहा कि नगर में जो ऐसे खाली प्लाट पड़े जिनमें कूड़े के ढेर लग रहे हैं उनका चिन्हीकरण कर उन पर टैक्स लगाया जाना चाहिए।इससे स्वच्छ्ता के साथ नगर निगम का राजस्व भी बढ़ेगा।
लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान से जुड़े वरिष्ठ पर्यावरण कार्यकर्ता श्याम लाल ने महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण परक रोजगार सृजन का सुझाव दिया।इस अवसर पर मण्डलीय यातायात कार्यालय के कर अधिकारी अनिल कुमार ने विभाग की ओर से वायु प्रदूषण के नियंत्रण के प्रयासों की जानकारी दी।एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि विद्युत वाहनों के पंजीकरण पर दस प्रतिशत तक की छूट का प्रावधान है।साथ ही ऐसे वाहनों के लिए चार्जिग केंद्र खोले जा रहे हैं।दिनभर चले इस कार्यक्रम में श्रीदेव सुमन विश्व विद्यालय ऋषिकेश के प्रोफेसर एवं राष्ट्रीय सेवा योजना नमामि गंगे विंग के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अशोक मैंदोला ने स्वयं सेवियो के साथ प्रतिभाग कर गंगा स्वछता से जुड़े कार्यों की जानकारी दी।कार्यशाला में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता राजेश चौहान,सिंचाई विभाग सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल,पर्यावरण कार्यकर्ता दीपिका कपूर,सोमा रानाकोटी,मीनू अरोड़ा,विमल नेगी, नगर निगम की ओर से गुरमीत सिंह,पल्लवी पाण्डेय,पार्षद विजय बडोनी,पार्षद मनीष शर्मा,देवेंद्र प्रजापति,सफाई निरीक्षक सुभाष सेमवाल,अभिषेक मल्होत्रा, राघव शर्मा एवं विद्युत विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग के प्रतिनिधि मौजूद रहे।कार्यशाला का संचालन कर रहे सहायक नगर आयुक्त चंद्र कान्त भट्ट ने सभी उपस्थिति का आभार व्यक्त किया।

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