सभी पिक्चर हालों में धूम मचा रही है गढ़वाली फिल्म मेरु गांव
मेरु गाँव गढ़वाली मूवी ने उत्तराखंड के तमान थिएटरों में धूम मचाने के बाद अब देश की राजधानी और राष्ट्रीय राजधानी के पिक्चर हालों में भी धूम मचा दी है. फिल्म इस कदर बॉक्स ऑफिस हिट हो चुकी है कि पीवीआर सिनेमा थिएटर जो पहले इस फिल्म को लेने में आनाकानी कर रहे थे अब फिल्म के प्रोडूसर्स को फ़ोन कर दिल्ली और एनसीआर में इस फिल्म को प्रदर्शित करने की नितन्तर मांग कर रहे हैं. उत्तराखंड की पलायन , स्वस्थ्य, राजधानी, वहां व्याप्त भ्रष्टाचार , बेरोजगारी और सुस्त व्यवस्था पर आधारित मूलभूत समस्याओं को उजागर करती इस फिल्म की चारों तरफ प्रसंशा हो रही है . उत्तराखंड के तमाम सिनेमा घरों , दिल्ली और एनसीआर के थिएटरों में दर्शक बढ़ चढ़ कर उपस्थित होकर इस फिल्म का आनंद ले रहे हैं. खुद फिल्म के निर्माता , कलाकार और निर्देशक के मुताबिक उन्हें भी उम्मीद नहीं थी कि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस में इतनी हिट होगी . इस बेहतरीन गढ़वाली फिल्म मेरु गाओं ने इस कदर अपना सिक्का जमाया है कि फिल्म के निर्माता और निदेशक हत्प्रध हैं. उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि ये फिल्म इतनी लोकप्रिय होगी और उत्तराखंड की जनता इसे इस कदर हाथों हाथ लेगी . फिल्म के मुख्य कलाकार हीरो निर्देशक और निर्माता राकेश गौर और अनुज जोशी के मुताबिक इस बेहतरीन गढ़वाली फिल्म ने न सिर्फ एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है बल्कि मात्रा 25 लाख रुपये में बनने के बाद दो तीन गुना पूंजी अर्जित की हैं , जो की अपने आप में में बहुत बड़ी उपलब्धि है . उन्होंने दावा किया की मेरु गाँव आने वाले समय में और अधिक कीर्तिमान स्थापित करेगी और प्रॉफिट भी कमाएगी . उन्होंने पहाड़ की जनता से करबद्ध प्रार्थना की है की वह अपने प्यार बनाये रखेगी और उत्तरोतर इसे देखते रहेगी . उन्होंने दावा किया है कि देश के अन्य प्रदेशों में ही मेरु गाओं नए कीर्तिमान स्थापित करेगी और कहीं अधिक प्रॉफिट अर्जित करेगी . मेरु गांव निसंदेह एक बेहतरीन फिल्म साबित हुई है क्योंकि इसके सभी कलाकारों ने उम्मीद से अधिक बेहतरीन प्रदर्शन किया है और अपने किरदारों के साथ भरपूर न्याय किया है. उनकी अदाकारी ने दर्शकों के दिलों को छुआ है और साथ ही उनके अंतर्मन को भी काफी हद तक झकझोर कर रख दिया , यही दरअसल कहानी और निर्देशन की गहराई को दर्शाता है और साथ साथ उत्तराखंड खासकर गढ़वाली सिनेमा के उज्जवल भविष्य की तरफ भी आशा भरी निगाहों से देखता भी है जो एक बहुत ही सुखद लक्षण हैं. अभी हाल ही में देहरादून के एक थिएटर में पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री और पूर्व उत्तराखंड के मुख्या मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की फिल्म यु कन्नू रिश्ता ( ये कैसा रिश्ता )रिलीज़ हुई है जिसका कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने टीज़र रिलीज़ किया था. इससे पूर्व, कुछ वर्षों पहले भी डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की एक और फिल्म जो गढ़वाली में थी , डॉ निराला ने भी बॉक्स ऑफिस में अच्छा बिज़नेस दिया था . करीब तीन , चार वर्ष पूर्व मुंबई बेस्ड सुविख्यात गढ़वाली फिल्म प्रोडूसर उर्मि नेगी की फिल्म “सुभरु घाम ” (सुबह की धूप) ने उत्तराखंड और देश के सभी शहरों में खासी धूम मचा दी थी . उर्मि नेगी , जिन्होंने सौतन , स्वामीदादा और कई हिंदी फिल्मों में काम किया ने गढ़वाली फिल्म घर जावैं , फ्योंली , सुभरु घाम आदि फिल्मों में बतौर हेरोइन काम किया और बहुत वाह वाही लूटी . उनकी लेटेस्ट फिल्म ;बथाओं; थंडरस्टॉर्म बनकर तैयार है जो संभवतः मार्च में रिलीज़ होगी. बधाई.
आँचलिक फिल्मों को लेकर बेहतरीन आँकलन।