6वां नीरज काव्यांजलि समारोह: हिंदी के कवि और उर्दू के शायर दोनों थे नीरज: जावेद अख्तर
नई दिल्ली।
दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में महाकवि गोपाल दास नीरज फाउंडेशन ट्रस्ट, हिंदी अकादमी और प्रेस क्लब इंडिया द्वारा शुक्रवार को आयोजित 6वां नीरज काव्यांजलि समारोह में प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर को नीरज सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। इस सम्मान को प्राप्त करते हुए जावेद अख्तर ने कहा, ” मुझे इतनी इज्जत देने के लिए मैं बहुत -बहुत आभारी हूं। मेरी जिंदगी में दो आदमी रहे जिनकी मैं बहुत इज्जत करता हूं, उसमें से एक है नीरज। अगर हिंदी के कवि और उर्दू के शायर दोनों एक ही जगह कहीं मिल जाएं तो समझ लेना कि वो नीरज होंगे। हालांकि अब वह हमारे बीच नहीं है लेकिन उनके लिखे शब्द अभी भी सभी के जहन में रहते हैं।”
बता दें कि हर वर्ष नीरज फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा एक प्रतिष्ठित साहित्यकार को नीरज सम्मान से नवाज़ा जाता है। इस बार यह सम्मान देश के जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर को दिया गया। जावेद अख्तर ने अपने उत्कृष्ट गीतों और शायरी के माध्यम से हिंदी साहित्य और सिनेमा को समृद्ध किया है और एक अलग पहचान बनाई है। जिसके चलते ही उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर साहित्यकार और अभिनेता श्री अनु कपूर, फिल्म निर्माता श्री बोनी कपूर, फिल्म निर्माता रूमी जाफरी और फाउंडेशन ट्रस्ट के संरक्षक श्री उपेंद्र राय भी उपस्थित रहे। इसके अलावा देश के प्रसिद्ध कवि श्री सुरेंद्र शर्मा, बुद्धिनाथ मिश्र, और प्रताप सोमवंशी जैसे विशिष्ट साहित्यकारों ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। जबकि मध्यप्रदेश सरकार में खेलकूद-सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग मुख्यअतिथि, एडीजीपी पंजाब पुलिस अति विशिष्ट अतिथि और हिंदी अकादमी सचिव रिषी कुमार एवं यूपी सरकार में पूर्व एमएलसी रामनरेश यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
इस मौके पर साहित्यकार और अभिनेता श्री अनु कपूर ने कहा, ” हम अच्छे हैं या बुरे, जैसे भी है कला का काम करते हैं स्मगलिंग का नहीं। पिछले 19 साल में जावेद जी ने जितने गीत लिखे हैं, उनमें जिंदगी का कोई न कोई फलसफा रहा है। उन्हें जो इज्जत आज इस मंच पर दी गई है और जिनके नाम से ये उन्हें दी जा रही है, यह हमारे लिए गर्व की बात है।”
फिल्म निर्माता श्री बोनी कपूर ने कहा, ” जावेद जी कहते हैं कि फिल्म की कहानी हमें जोड़ती है। मैं उनसे पूरी तरह से सहमत हूं और एक चीज कहना चाहूंगा कि फिल्म की भाषा भी ऐसी होनी चाहिए जैसे आम आदमी की भाषा, तभी फिल्म की कहानी भी आम आदमी से जुड़ती है। तभी फिल्में भी सफल होती हैं।” फिल्म निर्माता रूमी जाफरी ने कहा, ” मैं इतना खुशनसीब हूं कि मैं उस इंडस्ट्री में काम कर रहा हूं जिसमें नीरज जी और जावेद जी ने काम किया है। बोनी कपूर मेरी फैमिली और अनु कपूर जी मेरे बड़े भाई है। नीरज जी ने म्यूजिक इतिहास के बहुत खुबसूरत गीत लिखे हैं। उनका एक गीत आज फिर जीतने की तमन्ना है…. आज भी बहुत लोकप्रिय है। और इस कार्यक्रम के लिए सबका मैं धन्यवाद करना चाहता हूं।
कार्यक्रम के दौरान जावेद अख्तर की साहित्यिक यात्रा और उनके योगदान पर विशेष चर्चा की गई। इसके साथ ही उनकी कुछ प्रमुख रचनाओं का वर्णन भी किया गया, जिससे दर्शकों को उनकी साहित्यिक प्रतिभा का परिचय प्राप्त हो सका। अन्य आमंत्रित कवियों ने भी अपनी कविताओं के माध्यम से इस साहित्यिक समारोह में रंग भरे। नीरज काव्यांजलि समारोह का उद्देश्य हिंदी साहित्य और कविता को प्रोत्साहन देना और नए कवियों को प्रेरित करना है। इस कार्यक्रम में साहित्य प्रेमियों को एक अद्वितीय काव्य संध्या का आनंद लेने का अवसर मिला।