हल्द्वानी में एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।


हल्द्वानी में एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। नवाबी रोड से कुछ दिन पहले लापता हुई 38 वर्षीय नेहा उप्रेती का शव कालीचौड़ के जंगल में संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ है। मृतका, जो उप्रेती सदन, नवाबी रोड, एस्सार पेट्रोल पंप के पास की निवासी थी, के शव की खोज स्थानीय लोगों ने की, जिन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। काठगोदाम थाना पुलिस के एसओ दीपक बिष्ट और उनकी टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा, लेकिन प्रारंभिक तौर पर मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।यह घटना कोई पहली घटना नहीं है। हल्द्वानी और आसपास के क्षेत्रों में पहले भी इस तरह की वारदातें हो चुकी हैं, जो शासन-प्रशासन की लापरवाही और निष्क्रियता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। सूत्रों के मुताबिक, नेहा के परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह कई दिनों से लापता थी, लेकिन उनकी शिकायत पर समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे पहले भी हल्द्वानी में ऐसी घटनाएं हो चुकी है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कब तक ऐसी घटनाओं का सिलसिला जारी रहेगा और कब तक शासन-प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ता रहेगा?स्थानीय लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उनका आरोप है कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम क्यों नहीं उठाते। क्या हमारे क्षेत्र में सुरक्षा नाम की कोई चीज बची है?” परिजनों से पूछताछ जारी है, लेकिन जनता अब ठोस कार्रवाई और जवाबदेही की मांग कर रही है। यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि शासन-प्रशासन के लचर रवैये का जीता-जागता सबूत भी है। अब देखना यह है कि इस मामले में पुलिस कितनी गंभीरता से जांच करती है और क्या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई कड़ा कदम उठाया जाएगा।