सोमवार को भी रहा हंगामा और बवाल मणिपुर मुद्दे पर , लोक और राज्य सभा स्थगित
मानसून सत्र में गतिरोध मंगलवार को भी जारी रहा और कांग्रेस के नेतृत्व में पूरा गैर-भाजपा विपक्ष मणिपुर मामले पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग करते हुए नारे लगाते हुए सदन से बाहर चला गया। परिणामस्वरूप स्पीकर के पास सदन को शाम 5 बजे तक स्थगित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। मंगलवार को विपक्षी पार्टी के सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में स्थगन नोटिस पेश करते हुए मणिपुर की गंभीर स्थिति पर चर्चा की मांग की और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की, जिन्होंने इस पूर्वोत्तर राज्य में भारी हिंसा के 80 दिनों के बाद भी मणिपुर पर अपनी चुप्पी बनाए रखी है, जिसमें सैकड़ों गांवों के जलने और हजारों बेघर होने सहित लगभग 150 लोगों की मौत हो गई है। लोकसभा में आरोप-प्रत्यारोप हुए और विपक्ष ने मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की, गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर सहमति नहीं जताई और एनडीए सांसदों ने राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़ और केरल जैसे अन्य राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर अल्पकालिक चर्चा के लिए जवाबी नोटिस पेश किया। कांग्रेस के दिग्गज नेता और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज सुबह लोकसभा में बोलते हुए कहा: हम बात कर रहे हैं मणिपुर की, प्रधानमंत्री सदन के बाहर “भारत” को “ईस्ट इंडिया कंपनी” कह रहे हैं! कांग्रेस पार्टी हमेशा ‘मदर इंडिया’ यानी ‘भारत माता’ के साथ रही है।’ अंग्रेजों के गुलाम भाजपा के राजनीतिक वंशज थे। प्रधानमंत्री मोदी, अपनी बयानबाजी से देश का ध्यान भटकाना बंद करें।’ खड़गे ने एक ट्वीट में लिखा, मणिपुर में 83 दिनों की लगातार हिंसा पर प्रधानमंत्री को संसद में व्यापक बयान देने की जरूरत है। बेहद भयावहता की कहानियां अब धीरे-धीरे सामने आ रही हैं। भारत ने मणिपुर हिंसा पर मोदी सरकार से जवाब मांगा। पूर्वोत्तर में हालात नाजुक हैं और मणिपुर हिंसा का असर दूसरे राज्यों पर भी पड़ता दिख रहा है. यह हमारे संवेदनशील सीमावर्ती राज्यों के लिए अच्छा नहीं है. अब समय आ गया है कि पीएम मोदी अपना अहंकार त्यागें और मणिपुर पर देश को विश्वास में लें। पीएम मोदी को बताना चाहिए कि उनकी सरकार स्थिति को सुधारने के लिए क्या कर रही है और मणिपुर में हालात कब सामान्य होंगे। इस बीच ताजा खबरों के मुताबिक नवगठित भारत से जुड़े अधिकांश विपक्षी दलों के सांसदों ने मणिपुर की गंभीर स्थिति को लेकर महात्मा गांधी प्रतिमा के सामने और आप सांसद संजय सिंह के निलंबन के खिलाफ पूरे सत्र के दौरान संसद परिसर में रात भर धरना दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि मणिपुर सरकार ने मणिपुर वीडियो मामले में शामिल सातवें अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें पूर्वोत्तर राज्य में नग्न महिलाओं को परेड कराते हुए दिखाया गया था, जिससे संसद में हंगामा हुआ था।