सेम मुखेम नागराजा के दो दिवसीय प्रसिद्ध धार्मिक व ऐतिहासिक मेले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर श्री सेम नागराजा का आशीर्वाद लिया।




प्रतापनगर क्षेत्र की पट्टी उपली रमोली में सेम मुखेम नागराजा के दो दिवसीय प्रसिद्ध धार्मिक व ऐतिहासिक मेले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर श्री सेम नागराजा का आशीर्वाद लिया।
बीजेपी आर्थिक प्रकोष्ठ सह संयोजक और प्रवक्ता (पैनिलिस्ट) उत्तराखण्ड राजेश्वर पैन्यूली ने कहा कि श्री सेम नागराजा के त्रिवार्षिक मेले में पहुंचे सभी श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। श्री सेम नागराजा भगवान से सभी भक्तों के कल्याण व स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।
सी.ए. पैन्यूली ने कहा कि सेम नागराजा के धाम में आयोजित होने वाला यह भव्य मेला सभी भक्तों के लिए शुभ और मंगलकारी हो। यह मेला सेम मुखेम के नागाराजा के प्रति आस्था और भक्ति का प्रतीक है।
मान्यता है कि पूर्व में जब कृष्ण भगवान ने यहां पर अवतार लिया था, तो वीरभड़ गंगू रमोला से उन्होंने रहने के लिए भूमि मांगी थी। लेकिन तब गंगू रमोला ने उन्हें भूमि देने से मना कर दिया। गंगू रमोला की कोई संतान नहीं थी। भगवान कृष्ण ने गंगू रमोला को सपने में दर्शन देकर उसे दो पुत्रों की प्राप्ति का वरदान दिया। इसके बाद गंगू रमोला ने श्रीकृष्ण को यहां भूमि प्रदान की। तब इस भूमि पर भगवान ने रासलीला रचाई। तब से इस स्थान पर हर तीसरे वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है।




