सयुंक्त किसान मोर्चा १९ नवंबर को फ़तेह दिवस के रूप में मनाएगा
नई दिल्ली ।। 14 नवंबर 2022
सयुंक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय स्तर की बैठक आज गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब में हुई जिसमें देश भर के संगठनों के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। जैसा कि दिल्ली में किसान आंदोलन को खत्म हुए एक साल होने जा रहा है और केंद्र सरकार द्वारा मोर्चे से किए गए ज्यादातर वादे अब भी पूरे नहीं किए गए हैं. इसी बात को केंद्र में रखते हुए आज किसान मोर्चा के नेतृत्व ने आगे के कार्यक्रमों की घोषणा की है.
पिछले साल 19 नवंबर को प्रधानमंत्री ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी, इसलिए केंद्रीय किसान मोर्चा ने फैसला किया है कि इस साल इस दिन को फतेह दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 26 नवंबर 2020 को लाखों किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। संयुक्त मोर्चे ने तय किया है कि इस 26 नवंबर को हर राज्य के राजभवन की तरफ मार्च निकाला जाएगा और राज्यपाल को मांग पत्र दिया जाएगा. इन मांग पत्रों में किसान मोर्चा की केंद्रीय मांगो के साथ-साथ उस राज्य विशेष की स्थानीय मांगें भी होंगी।
11 दिसंबर 2021 को जीत के बाद किसान विजय मार्च पर वापस गांवों को चले गए। इस 11 दिसंबर को मोर्चा का विजय दिवस मनाया जाएगा और 1 दिसंबर से 11 दिसंबर तक लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों को मांग पत्र दिए जाएंगे।
किसान मोर्चा की अगली बैठक 8 दिसंबर 2022 को होगी जिसमें आंदोलन के अगले चरण का निर्णय व घोषणा की जाएगी। उस बैठक में “कर्जमाफी-पुरा दाम/एमएसपी की गारंटी” के लिए संघर्ष की तैयारी की विस्तृत जानकारी जारी की जाएगी।
आज की बैठक बूटा सिंह बुर्जगिल, रमिंदर सिंह पटियाला और जगतार सिंह बाजवा की अध्यक्षता में हुई जिसमें 70 से अधिक नेता मौजूद रहे।