समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की अध्यक्ष न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) श्रीमती रंजना प्रकाश देसाई ने शुक्रवार को विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) श्री ऋतुराज अवस्थी से उत्तराखंड सदन, में शिष्टाचार भेंट की |
मीडिया से अनौपचारिक संवाद के दौरान यूसीसी की अध्यक्ष श्रीमती रंजना प्रकाश देसाई ने जानकारी दी कि उन्होंने आज उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता के संबंध में अभी तक हुए कार्य की सामान्य जानकारी राष्ट्रीय विधि आयोग के अध्यक्ष के साथ सांझा की | श्रीमती रंजना प्रकाश देसाई ने बताया कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता पर अभी तक बेसिक कंसल्टेशन का कार्य हो चुका है | यूसीसी पर काफी काम किया जा चुका है | राज्य में समान नागरिक संहिता के सभी हितधारकों से चर्चा की जा चुकी है | यूसीसी की उप समितियों ने विभिन्न धर्मो, समुदायों, हितधारको तथा वर्गों से इस संबंध में विचार विमर्श किया है | सभी राजनीतिक दलों के साथ भी इस संबंध में बैठक कर ली गई है तथा उनके सुझाव प्राप्त कर लिए गए हैं | श्रीमती रंजना प्रकाश देसाई ने कहा कि हमारी अपेक्षा है यूसीसी पर बनाया गया हमारा ड्राफ्ट सभी को पसंद आए | यूसीसी पर अभी हमारी बैठके निरंतर जारी हैं | इस दिशा में हमें सभी समुदायों का सहयोग मिल रहा है | क्या उनकी माइनॉरिटी समाज से भी यु सी सी मुद्दे पर बात हुई इसपर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्रीमती रंजना प्रकाश देसाई ने कहा की उन्हें इस सम्बन्ध में विरोध और समर्थन दोनों प्रकार की प्रतिक्रिया मिली .
गौरतलब है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 22 मई, 2022 को समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन के लिए एक मसौदा प्रस्ताव तैयार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) रंजना प्रकाश देसाई के नेतृत्व में एक समान नागरिक संहिता समिति का गठन किया था। उत्तराखंड के लिए। इस समिति के अन्य सदस्य न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) प्रमोद कोहली, सामाजिक कार्यकर्ता मनु गौर, पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह और दून विश्वविद्यालय की कुलपति सुरेखा डंगवाल हैं।