वैद्य बालेन्दु प्रकाश को आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मान

HIFAA 2025 का गोवा में भव्य समापन, 500 से अधिक डॉक्टर और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि हुए शामिल
गदरपुर। हेल्थकेयर आइकॉनिक फैशन एंड अवॉर्ड्स (HIFAA) 2025 का आयोजन 30-31 अगस्त को ताज कन्वेंशन सेंटर, गोवा में भव्य रूप से संपन्न हुआ। “हीलिंग इन स्टाइल: भारत को स्वस्थ करने वाले हाथों का सम्मान” थीम पर आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 500 से अधिक डॉक्टर, 20 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि और 200 से अधिक अस्पताल व व्यवसाय मालिक शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्घाटन 30 अगस्त को पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने किया। इस अवसर पर आयोजित चिकित्सा सम्मेलन में एलोपैथी, आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूपंक्चर, कायरोप्रैक्टिक और वेलनेस थेरेपी में प्रगति पर पैनल चर्चाएँ और विशेषज्ञ व्याख्यान हुए। आयोजन का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देना रहा।
समापन समारोह में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
विशेष रूप से, पद्म श्री वैद्य बालेन्दु प्रकाश को आयुर्वेद और समग्र स्वास्थ्य देखभाल में उनके अग्रणी योगदान के लिए सम्मानित किया गया। पडाव स्पेशलिटी आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट सेंटर और वीसीपी कैंसर रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक वैद्य प्रकाश ने क्रोनिक पैनक्रियाटाइटिस, एक्यूट प्रोमायलोसाइटिक ल्यूकेमिया और क्रोनिक माइग्रेन जैसी बीमारियों के लिए मानकीकृत आयुर्वेदिक उपचार प्रोटोकॉल विकसित किए हैं। रस शास्त्र को आधुनिक विज्ञान से जोड़ने की उनकी पहल ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई। उन्हें 1999 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था और वे पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन के मानद चिकित्सक भी रहे हैं। हाल ही में उन्हें यूपीईएस, देहरादून में ‘प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस’ नियुक्त किया गया।
HIFAA 2025 में वैद्य प्रकाश ने “आयुर्वेद और समकालीन चिकित्सा का संगम” विषय पर विशेष सत्र भी लिया। आयोजन में HIFAA राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष पद्म श्री डॉ. रमाकांत देशपांडे, एशियन कैंसर इंस्टीट्यूट के सीईओ डॉ. राहुल बाजपाई और समिति के सचिव डॉ. शंकर सावंत को भी सम्मानित किया गया। तीन पद्म श्री पुरस्कार विजेताओं की उपस्थिति ने आयोजन की प्रतिष्ठा को और बढ़ाया।
HIFAA के संस्थापक डॉ. बिस्वजीत मंडल ने कहा, “HIFAA 2025 एक वैश्विक मंच है, जो आधुनिक चिकित्सा और पारंपरिक प्रथाओं को जोड़ते हुए स्वास्थ्य सेवा के भविष्य को आकार देने का प्रयास है।” मेहता ग्रुप के श्री हेमांशु मेहता की रणनीतिक साझेदारी के साथ इस आयोजन ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती दी।
कार्यक्रम का समापन एक भव्य पुरस्कार समारोह के साथ हुआ, जिसे आयोजकों ने “गोवा का प्रयागराज क्षण” की संज्ञा दी। इसमें स्वास्थ्य सेवा के नायकों और प्रभावशाली व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।