google.com, pub-9329603265420537, DIRECT, f08c47fec0942fa0
Art, culture, traditions, heritage,

लौक्डॉउन के दौरान घर पर रहें – घर पर सुनें’ संगीत महाभियान में लगातार 405 दिनों तक 504 गाने रिकॉर्ड करने वाले कलाकारों का अभिनंदन

मुंबई। कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान प्रसिद्ध गीतकार अशोक हमराही और प्रसिद्ध संगीतकार केवल कुमार ने कीर्तिमान स्थापित करते हुए ‘घर पर रहें – घर पर सुनें’ संगीत महाभियान में लगातार 405 दिनों तक 504 गाने रिकॉर्ड किए।

इस महाभियान में भाग लेने वाले कलाकारों का अभिनंदन समारोह 18 अप्रैल 2025 को सांताक्रुज़, मुंबई स्थित नज़्मा हेपतुल्ला हॉल में संपन्न हुआ।

समारोह अध्यक्ष पद्मश्री अनूप जलोटा के सान्निध्य में आयोजित अभिनंदन समारोह में पद्मश्री सोमा घोष, पार्श्व गायिका उषा तिमूथी, संगीतकार दिलीप सेन, शास्त्रीय गायक पंडित सुखदेव चतुर्वेदी, संगीतकार विवेक प्रकाश, शिवजी सिंह, राजीव नौटियाल, अनिल त्रिवेदी, अनिल गलगली, हरबंस सिंह बिष्ट, नंद किशोर चतुर्वेदी, अमर त्रिपाठी, जगदीश पुरोहित, शशांक सुब्रमण्यम, सुदक्षिणा सहित साहित्य, संगीत और कला जगत की 100 से अधिक विभूतियाँ सम्मिलित थीं।

कार्यक्रम का संचालन राजुल अशोक ने किया।

अभिनंदन समारोह का आयोजन नूतन सवेरा फ़ोरम, मौलाना आज़ाद सोशल सर्विस ट्रस्ट, जलोटा वेलफ़ेयर फ़ाउंडेशन और उमा कल्याण ट्रस्ट ने किया।

अभिनंदन समारोह में मुंबई के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि देश के विभिन्न भागों से आने वाले कलाकारों ने अपने गीत बनने की कहानी सुनाई कि किस प्रकार उन्होंने सीमित साधनों से गीत रिकॉर्ड कर कोरोना काल की विभीषिका में उम्मीद की लौ जगाई और सकारात्मक वातावरण तैयार किया।

उल्लेखनीय है कि ये सभी गीत प्रसिद्ध गीतकार अशोक हमराही ने लिखे और प्रसिद्ध संगीतकार केवल कुमार ने इनका संगीत तैयार किया था।

कोरोना काल की विभीषिका में भी जिजीविषा की अलख जगाते हुए सकारात्मक वातावरण तैयार करने वाले देश-विदेश के इन कलाकारों में पार्श्व गायिका उषा मंगेशकर, शारदा, दिलराज कौर, उषा तिमूथी, आरती मुखर्जी, मधुश्री, संजीवनी, पृथा मजूमदार, पद्मश्री अनूप जलोटा, पद्मश्री पीनाज़ मसानी, चंदन दास, राज कुमार रिज़वी, विवेक प्रकाश, पंडित सुखदेव चतुर्वेदी सहित अनेक सुप्रसिद्ध गायक – गायिकाएं शामिल हैं।

हर गीत बनने की अपनी कहानी होती है, लेकिन कोरोना काल में जिस तरह गीत रिकॉर्ड किए गए, इस पर आसानी से यक़ीन नहीं किया जा सकता।

विपरीत परिस्थितियों में सीमित साधनों से गीत रिकॉर्ड करना आसान नहीं था, लेकिन संगीत प्रेमियों ने ये कर दिखाया।

इस संगीत महायात्रा में गीतकार अशोक हमराही और संगीतकार केवल कुमार के साथ सम्मिलित सभी कलाकारों के लिए ये कभी न भुलाया जा सकने वाला अनुभव है।

लगातार 405 दिनों तक चलने वाली ये एक ऐसी संगीत यात्रा थी, जिसमें 500 से अधिक कलाकार सहयात्री थे, फिर भी हर कोई अकेला था। गीतकार, संगीतकार, गायक, वादक सब इस यात्रा के साथी थे, लेकिन कोई किसी के साथ नहीं था, फिर भी 504 गीतों की ये अद्भुत-अकल्पनीय-अविश्वसनीय यात्रा सभी ने मिलकर पूरी की।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button