राजेंद्र चिंतन समिति ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती पर समारोह का आयोजन किया


भारत के प्रथम राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती के अवसर पर, राजेंद्र चिंतन समिति और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) द्वारा संसद भवन के निकट स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर संयुक्त रूप से एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने डॉ. प्रसाद को पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान तथा सादगी एवं सत्यनिष्ठा से परिपूर्ण उनके जीवन को याद किया।
समारोह का शुभारंभ दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. योगानंद शास्त्री द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। उनके साथ राजेंद्र चिंतन समिति के उपाध्यक्ष विजय शंकर चतुर्वेदी, संयोजक पंकज शर्मा, श्रीमती लक्ष्मी देवी शर्मा, श्रीमती देवयानी शर्मा और श्रीमती मोनिका शर्मा भी मौजूद थीं।

इस अवसर पर डॉ. योगानंद शास्त्री ने कई वरिष्ठ पत्रकारों और समाजसेवियों को राजेंद्र प्रसाद सम्मान से सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में रमेश चंद शर्मा, विवेक शुक्ला, सुनील नेगी, संजीव शर्मा, कोडले चन्नप्पा, राहुल शर्मा, मनोज शर्मा, अनुराग जोशी, मुश्ताक अंसारी, मानसी शर्मा, जितेंद्र, खजान सिंह, संजय शर्मा, राखी अरोड़ा, शिवानी, बी.एम. गुप्ता, अनिकेत, मोनिका शर्मा और देवयानी शामिल थे।
डॉ. योगानंद शास्त्री ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जीवन सत्य, समर्पण और कर्तव्य की प्रेरणा है। उनके नेतृत्व ने न केवल भारत को उसका संविधान दिया, बल्कि एक मजबूत लोकतांत्रिक नींव भी रखी। उनके विचार आज भी हमारे राष्ट्र का मार्गदर्शन करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि डॉ. प्रसाद का त्याग, समर्पण और राष्ट्र सेवा सभी को एक बेहतर भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करती है।
राजेंद्र चिंतन समिति के उपाध्यक्ष विजय शंकर चतुर्वेदी ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारतीय मूल्यों और संस्कृति के प्रतीक थे। उनका जीवन हमें सिखाता है कि सादगी और अनुशासन से कैसे महान कार्य किए जा सकते हैं। उनके जैसे व्यक्तित्व भारतीय इतिहास में दुर्लभ हैं और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “स्वतंत्रता संग्राम के दिनों से ही डॉ. प्रसाद ने अपना जीवन राष्ट्र सेवा में समर्पित कर दिया। उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही उन्हें हमारी ओर से सर्वोत्तम श्रद्धांजलि है।”

संयोजक पंकज शर्मा ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने हमें सिखाया कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, हमें अपने कर्तव्य पर अडिग रहना चाहिए।”
राजेंद्र चिंतन समिति की संयोजक देवयानी और मोनिका शर्मा ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर हम उनके असाधारण नेतृत्व, सादगी और सेवा भावना को नमन करते हैं। उनका जीवन प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा है और हमें अपने राष्ट्र को सशक्त बनाने के लिए उनके आदर्शों पर चलना चाहिए।”
समारोह में कई सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों ने भाग लिया। उपस्थित लोगों ने राष्ट्र के प्रति डॉ. प्रसाद के योगदान के प्रति आभार व्यक्त किया और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। राजेंद्र चिंतन समिति और एनडीएमसी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और नागरिकों को डॉ. राजेंद्र प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक सार्थक अवसर प्रदान किया। संयोजक पंकज शर्मा, मोनिका शर्मा और श्रीमती देवयानी ने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया।





