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Delhi news

मोदी सरकार कोचिंग माफ़िया पर विधिवत कानून पारित करे

प्रो. नीलम महाजन सिंह

02 अगस्त 2024, को दिल्ली उच्च न्यायालय के
मुख्य न्यायाधीश, जस्टिस मनमोहन व जस्टिस तुषार राव गडेला ने कहा कि दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम (MCD), दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) को दिल्ली की स्ट्रक्चरल दुर्व्यस्थाओं के लिए ज़िम्मेदार हैं। यहां तक कि जस्टिस मनमोहन ने कहा कि, दिल्ली नगर निगम को समाप्त ही कर देना चाहिए क्योंकि वह पूरी तरह से फैल है, तथा नागरिक सुविधाएं देने में असक्षम हैं। दिल्ली के एक आईएएस कोचिंग सेंटर; ‘राउ स्टडी सर्किल’ के मालिक व समन्वयक को अत्यधिक वर्षा के कारण, अवैध बेसमेंट में 3 छात्रों की मौत के बाद गिरफ़्तार कर लिया गया है। ओल्ड राजिंदर नगर में ‘राउ स्टडी सर्किल’ के कोचिंग सेंटर के बाढ़ग्रस्त बेसमेंट में तीन छात्रों की मौत हो गई है। मालिक अभिषेक गुप्ता और समन्वयक, देशपाल सिंह को “गैर इरादतन हत्या व लापरवाही के आरोपों’ के तहत गिरफ़्तार किया गया है। तेलंगाना की तान्या सोनी, यूपी की श्रेया यादव व केरल के निविन दलविन की 27.07.2024 को, इस बेसमेंट में फंसने के बाद मौत हो गई है। एक शिक्षाविद व माँ के रूप में, मैं यूपीएससी के लिए युवा-इच्छुक छात्रों की दुखदाई मौत पर वास्तव में खेद व संवेदना व्यक्त करती हूँ। हालाँकि, पूरे भारत में कोचिंग सेंटरों द्वारा लालच और असीमित धन कमाने के गैंग निंदनीय हैं। क्या छात्रों और उनके माता-पिता के जीवन की कीमत पर शिक्षा प्रणाली बिक रही है? प्रधान मंत्री कार्यालय, इस शैक्षिक गिरोहों पर नकेल कसें और इनके नियंत्रण के लिए एक कानून पारित करें। अपने जीवन को खोने वाले प्यारे बच्चों की आत्मा को शांति मिले। उन बच्चों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे ! आईएएस उम्मीदवारों की मौत के बाद छात्रों ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के खिलाफ़त में प्रदर्शन किया। नई दिल्ली के करोल बाग मेट्रो स्टेशन को भी रोका गया, जो छात्रों को नहीं करना चाहिए। प्रदर्शन कर रहे उग्र छात्रों को पुलिस कर्मियों ने हिरासत में लिया और रिहा भी कर दिया। दिल्ली अग्निशमन विभाग (Fire Brigade Services) 27 जुलाई शाम करीब 7 बजे; ‘राऊ स्टडी सर्किल’ से बेसमेंट में पानी भर जाने के बारे में कॉल गया। डीसीपी (मध्य दिल्ली) हर्षवर्धन, आईपीएस, ने मीडियाकर्मियों से कहा, “कॉल करने वाले ने हमें बताया कि कुछ लोगों की बेसमेंट में फंसे होने की संभावना है। हम जांच कर रहे हैं कि पूरे बेसमेंट में पानी कैसे भर गया। ऐसा प्रतीत होता है कि बेसमेंट में बहुत तेज़ी से पानी भर गया था, जिसके कारण कुछ लोग अंदर फंस गए थे।” दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी मारलेना ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को घटना की न्यायिक जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। इस बीच, एमसीडी ने 20 यूपीएससी संस्थानों के बेसमेंट सील कर दिए हैं। कांग्रेस ने लोकसभा में ‘स्थगन प्रस्ताव’ दिया । कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया और दिल्ली के बुनियादी ढांचे की त्रासदियों और दुखद नुकसान के लिए जवाबदेही पर चर्चा की मांग की है। टैगोर ने कहा, “मैं सदन के कामकाज को स्थगित करने के लिए एक प्रस्ताव लाने की अनुमति मांगने के अपने इरादे की सूचना देता हूँ, जिसका उद्देश्य तत्काल महत्व के एक निश्चित मामले पर चर्चा करना है, अर्थात्: दिल्ली के बुनियादी ढांचे की त्रासदियों और दुुःख द नुकसान के लिए जवाबदेही की माँग करना है।” लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी छात्रों से मिले, और हर स्तर पर योजना की कमी की आलोचना की थी, जिसके कारण छात्रों की मौत हुई थी। “दिल्ली में एक इमारत के बेसमेंट में जलभराव के कारण छात्रों की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले, बारिश के दौरान बिजली के झटके से एक छात्र की मौत हो गई थी। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। बुनियादी ढांचे का यह पतन सिस्टम की सामूहिक विफलता है। आम नागरिक असुरक्षित निर्माण, खराब टाउन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थानों की गैरजिम्मेदारी की कीमत अपनी जान गंवाकर चुका रहा है। सुरक्षित और आरामदायक जीवन हर नागरिक का अधिकार है और सरकार की जिम्मेदारी है,” राहुल गांधी ने ‘एक्स’ X पर एक पोस्ट में कहा। श्रीराम आईएएस ने बताया कि “हमारा इरादा यह व्यक्त करना था कि आप एक ऐतिहासिक रास्ते पर हैं। समाज में सार्थक बदलाव लाने के लिए, पारंपरिक से हटकर अपना खुद का अनूठा रास्ता बनाना महत्वपूर्ण है। अलग दिखें और सुनें। स्पष्टीकरण में कहा गया, “हम आपके साथ हैं।” जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारीयों ने बताया कि अब तक की जाँच में घटना के दो मुख्य कारण सामने आए हैं – नगर निगम के अधिकारी मानसून की शुरुआत से पहले, सड़क किनारे के नाले को साफ करने में विफल रहे और बेसमेंट में पानी की निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी, जहां अवैध रूप से ‘लाइब्रेरीयां’ चल रही थी। दिल्ली पुलिस ने घटना के वास्तविक कारण की जांच के लिए कई टीमें बनाई हैं। 35 से अधिक लोग फंस गए थे, जिनमें अनेक छात्र और कोचिंग सेंटर के कर्मचारी शामिल थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बेसमेंट का गेट बंद था, लेकिन बारिश के पानी के तेज दबाव के कारण यह क्षति हुई। आवासीय व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से घिरे तीन मंजिला कोचिंग संस्थान को बेसमेंट को स्टोर रूम के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति थी, लेकिन नियमों का उल्लंघन करते हुए इसका इस्तेमाल ‘लाइब्रेरी के रूप’ में किया जा रहा था। दिल्ली में विपक्षी दलों ने कहा कि यह ‘मानव निर्मित आपदा है’। सिविल सेवा के तीन उम्मीदवारों की मौत को ‘हत्या’ करार दिया जा रहा है! उन्होंने इस त्रासदी के लिए ‘आप: आम आदमी पार्टी’ के नेतृत्व वाली, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) व सरकार पर हल्लाबोल किया। राजेंद्र नगर विधायक और एमसीडी प्रभारी, दुर्गेश पाठक ने कहा, “हमारी सरकार पिछले एक साल से सत्ता में है और हम जल निकासी पर काम कर रहे हैं। मैं किसी आरोप-प्रत्यारोप में नहीं पड़ना चाहता। मैं चाहता हूं कि निष्पक्ष जांच हो और ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।” कोचिंग संस्थान का बायोमेट्रिक भी ब्लॉक हो गया था। इलाके में आवास और पुस्तकालयों तक बायोमेट्रिक पहुंच के बारे में छात्र मनीष कुमार कहते हैं, “27 जुलाई को जो हुआ वह यह था कि बायोमेट्रिक ब्लॉक हो गया था, जिसकी वजह से बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण छात्र अंदर फंस गए थे। इस त्रासदी को टाला जा सकता था, यदि बायोमेट्रिक के विकल्प सुनिश्चित किए गए होते।” इस दर्दनाक घटना के बाद बिल्डिंग बायलॉज (by-laws) का उल्लंघन करने वाली संपत्तियों के खिलाफ निगम की कार्रवाई सामने आई है, जिसके बाद पुराने राजेंद्र नगर इलाके में छात्रों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस ने कहा, “हमने शाम से ही कार्रवाई शुरू कर दी है। तीन बेसमेंट (बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर) को बंद कर दिया गया है और हम आने वाले दिनों में आगे की कार्रवाई करेंगें। सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं।” राजिंदर नगर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा, “हमारी दिल्ली सरकार से मांग है कि आतिशी को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए और जो भी लोग इसके लिए ज़िम्मेदार पाए गए हैं, उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए।” प्रदर्शनकारियों ने “हमें न्याय चाहिए” (We want justice) के नारे लगाते हुए करोल बाग मेट्रो स्टेशन के पास सड़क को अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात में काफी व्यवधान हुआ और पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी।आईएएस कोचिंग संस्थान त्रासदी के बाद, आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली मंत्री सौरभ भारद्वाज ने रविवार को दावा किया कि दिल्ली के लोगों के खिलाफ “बड़ी साज़िश” रची जा रही है। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली पुलिस को कड़ी कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने तीन छात्रों की मौत पर शोक व्यक्त किया। मृतकों में मलयाली और जेएनयू के पीएचडी शोध छात्र, नेविन डाल्विन भी शामिल हैं। दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा कि सरकार ने ओल्ड राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने के बाद तीन छात्रों की मौत की जाँच में तेज़ी लाने के निर्देश दिए हैं। राय ने कहा, “जिस तरह से यह घटना हुई, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके लिए सरकार ने इसकी तेजी से जांच करने के निर्देश दिए हैं।” उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने भी एक इमारत के बेसमेंट में चल रहे अवैध कोचिंग संस्थानों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। श्रेया यादव के रिश्तेदार धर्मेंद्र यादव ने कोचिंग संस्थान के मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। धर्मेंद्र ने कहा, “जिन्होंने जन्म दिया है, वे ही जीवन का मूल्य जानते हैं और इसे कुप्रबंधन के कारण नहीं खोना चाहिए। मैं मांग करता हूं कि कोचिंग संस्थान के मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।” दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “हम (भाजपा) पिछले दो महीनों से कह रहे हैं कि दिल्ली में नालों की सफाई (silting) नहीं हो रही है। “यह दिल्ली प्रशासन की दयनीय स्थिति को दर्शाता है. मुरलीधरन ने रविवार को एएनआई से बात करते हुए कहा, “आप, जो निगम और दिल्ली सरकार पर शासन कर रही है, ने यह सुनिश्चित नहीं किया कि इस तरह के संस्थानों को आने की अनुमति देने से पहले बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जाए।” उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने बताया, “जो कुछ हो रहा है वह अक्षम्य है और इस तरह के मुद्दों को अब और नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है। मैंने डिवीजनल कमिश्नर को 24 घंटे तक इस दुख:द घटना के हर पहलू को कवर करते हुए एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।” कितने दुःख की बात है कि यूपीएससी परीक्षा देने के इच्छुक, हमारे होनहार, नौजवान पीढ़ी के साथ इतना अन्याय हो रहा है. राजेंद्र नगर वासियों पर भी धिक्कार है, जो छात्रों से किराये की लूट-खसोट कर रहे हैं। सरकार को कड़ी कार्यवाही कर, सख्त क़ानून बनाकर कोचिंग माफिया के खिलाफ़ गतिवद नियम बनाने होंगें, और अन्य व्यापार की तरह, इन्हें सरकारी लाइसेन्स मिलना अवश्यक है। समय की पुकार है कि नरेंद मोदी सरकार कोचिंग सेंटर के नियमों के लिए संसद में कानून बनाए।

(The views in this article are the personal views of प्रो. नीलम महाजन सिंह
(वरिष्ट पत्रकार, राजनैतिक विश्लेषक, शिक्षाविद व सॉलिसिटर फॉर ह्यूमन राइट्स)

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