प्रेस क्लब ऑफ इंडिया प्रांगड़ में अमर संदेश द्वारा आयोजित ‘उत्तराखंड उत्सव’ ने किया सभी का भरपूर मनोरंजन
सी एम पपनै
नई दिल्ली। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के तत्वाधान में 3 जनवरी को दिन में 4 बजे से रात्रि 8 बजे तक अमर सन्देश समाचार पत्र के सौजन्य से नववर्ष 2025 के आगमन पर पहली बार ‘उत्तराखण्ड उत्सव’ का भव्य, प्रभावशाली और यादगार आयोजन मुख्य अतिथि भगत सिंह कोश्यारी पूर्व राज्यपाल महाराष्ट्र व गोवा तथा पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड की प्रभावी उपस्थिति में आयोजित किया गया।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के इतिहास में पहली बार प्रेस क्लब प्रांगण में आयोजिक उत्तराखंड उत्सव के अंतर्गत उत्तराखंड कुमाऊं, गढ़वाल और जौनसार के स्वादिष्ट पकवान सम्मानित मीडिया कर्मियों को परोसने के साथ-साथ उत्तराखंड के लोकगीत, संगीत तथा नृत्यों का मंचन देश के प्रतिष्ठित मीडिया कर्मियों व उत्तराखंड के बड़ी संख्या में उपस्थित सम्मानित प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति के मध्य प्रभावशाली अंदाज में मंचित किए गए।
आयोजित उत्तराखंड उत्सव का श्रीगणेश मुख्य अतिथि भगत सिंह कोश्यारी पूर्व राज्यपाल महाराष्ट्र व गोवा तथा पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड तथा आमंत्रित विशिष्ट अतिथियों में प्रमुख संगीत नाटक अकादमी सम्मान प्राप्त दिवान सिंह बजेली, सेवानिवृत आईएएस क्रमशः कुलानंद जोशी व संजय पंत, सेवानिवृत आईआरएस रतन सिंह रावत, हिंदी अकादमी दिल्ली सरकार सेवा निवृत सचिव डॉ.हरि सुमन बिष्ट, वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी हरिपाल रावत, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया कार्यकारिणी सदस्य, उत्तराखंड जर्नालिस्टस फोरम के अध्यक्ष व् यू इ नेशन इस के एडिटर सुनील नेगी, व्यवसाई क्रमशः संजय जोशी व पी सी नैनवाल, मुख्यमंत्री उत्तराखंड मीडिया कॉर्डिनेटर मदन मोहन सती, पूर्व राज्य मंत्री पूरन नैलवाल, चेयरमैन एडवेंचर प्रमोशन कमेटी खुशहाल सिंह रावत, पर्वतीय कला केंद्र अध्यक्ष चंद्र मोहन पपनै, प्रधान संपादक पोलिटिकल ट्रस्ट निम्मी ठाकुर, प्रधान संपादक अमर सन्देश समाचार पत्र अमरचंद इत्यादि द्वारा दीप प्रज्जवलित कर तथा सुप्रसिद्ध लोकगायिका आशा नेगी द्वारा मांगल गीत गाकर किया गया।
आयोजित आयोजन के इस अवसर पर आयोजक अमर सन्देश समाचार पत्र प्रमुख अमरचंद तथा उनकी टीम द्वारा मुख्य अतिथि भगत सिंह कोश्यारी को शाल ओढ़ा कर स्वागत अभिनन्दन किया गया। मुख्य अतिथि के कर कमलों विशिष्ट अतिथियों के साथ-साथ अन्य प्रतिष्ठित जनों में प्रमुख प्रोफेसर (डॉ.) शरद पांडे, सामाजिक कार्यकर्ता हरदा उत्तरांचली, आईआरएस रतन सिंह रावत, जौनसार भाबर जनजातीय समिति दिल्ली के अध्यक्ष मायाराम शर्मा। श्
सुल्तान सिंह चौहान,विश्व ब्राह्मण फेडरेशन अध्यक्ष के सी पांडे, वैश्विक फलक पर जाने माने जादूगर डॉ. के सी पांडे, वीरेंद्र कुमार अग्रवाल, पत्रकार राजू बोरा, समाज सेविका श्रीमती शशी नेगी खाद्य विश्लेषक दिल्ली सरकार विद्या दत्त जोशी, सुप्रसिद्ध साहित्यकारा डॉ. हेमा उनियाल व डॉ.पुष्पा जोशी, समाज सेवी वरिष्ठ नेता हरिपाल रावत, डीआईजी आईटीबीपी गंभीर सिंह चौहान, सुविख्यात बागवान गोपाल उप्रेती, केंद्रीय सचिवालय सेवा फोरम के अध्यक्ष उदित आर्य, शिक्षाविद लक्ष्मी द्विवेदी व अमन जोशी द ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक, ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डांगी, अधिवक्ता व समाज सेवी सत्येंद्र सिंह, पर्वतीय कला केंद्र संस्थापक सदस्य भैरब दत्त तिवारी तथा उक्त संस्था रिपट्री ग्रुप गुरु व मुंबईया फिल्म कलाकार डॉ.गोबिंद पांडे, लोकगायक दिवान कनवाल व भुवन रावत, लोक गायिका आशा नेगी, भूम्याल विकास मंच के अध्यक्ष दयाल सिंह नेगी, वरिष्ठ समाजसेवी दिगमोहन नेगी, पहाड़ी घरार के प्रमुख संजय चौहानइत्यादि इत्यादि को शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड उत्सव के अंतर्गत पर्यावरण जागरूकता विषय पर आयोजित सेमिनार में डॉ हरि सुमन बिष्ट तथा सेवानिवृत आईएएस कुलानंद जोशी द्वारा व्यक्त विचारों में कहा गया, पर्यावरण की नाजुकता और इसके संरक्षण के महत्व को हर किसी को समझना होगा। घटता पर्यावरण मानव अस्तित्व के लिए सबसे बड़ा खतरा है। कहा गया, पर्यावरण संरक्षण का मतलब होगा वर्तमान और आने वाली पीढ़ी का भविष्य स्वस्थ व सुरक्षित रखना।
वक्ताओं द्वारा कहा गया, प्रदूषण पर अंकुश लगा जैवविधता को बचा कर पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। विषैली गैसों पर अंकुश तथा खाद्य पदार्थों के उत्पादन में कीटनाशकों के इस्तेमाल को कम करना होगा। पर्यावरण को सुरक्षित रख निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देना समय की मांग है। पर्यावरण जागरूकता हेतु विभिन्न प्रकार के आयोजन कर जन को जागृत करना भी आवश्यक है।
वक्ताओं द्वारा कहा गया, जल ऊर्जा, पवन और सौर ऊर्जा जैसे नवीकरणीय संसाधनों को बढ़ावा देकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने में बड़ी मदद मिल सकती है। वृक्ष रोपड़ व उसकी सुरक्षा करना अति आवश्यक है। पृथ्वी के संसाधनों का दोहन पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से किया जाना चाहिए। कहा गया, शुद्ध हवा, पानी, ऊर्जा तभी मिल सकती है जब पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। कहा गया, बच्चों को बचपन से ही पर्यावरण सुरक्षा से जोड़ना जरूरी है।
आयोजित उत्सव के इस अवसर पर मुख्य अतिथि भगत सिंह कोश्यारी द्वारा कहा गया, अमर सन्देश समाचार पत्र द्वारा प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के इतिहास में पहली बार प्रेस क्लब प्रांगण में उत्तराखंड उत्सव आयोजित करने पर अमर चंद जी को उनके साहस पर बधाई देता हूं। अमर सन्देश समाचार पत्र व उसके प्रमुख अमर चंद जी छोटे नहीं, राष्ट्रीय फलक पर बहुत बड़ा कार्य कर रहे हैं। पर्यावरण जागरूकता पर मुख्य अतिथि कोश्यारी द्वारा कहा गया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत ही भारत को खुले में शौच मुक्त करने के अभियान से शुरू की गई थी। उद्देश्य खुले में मल त्याग की प्रथा को समाप्त करना रहा।
मोदी जी ने पहले ही कार्यकाल में लालकिले की प्राचीर से कहा था ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ रखेंगे। हर घर में शौचालय बनवाएंगे। गांव स्वच्छ रहेंगे तो लोग स्वस्थ रहेंगे। कहा गया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारा दिया था, एक पेड़ मां के नाम। हमने एक कदम आगे बढ़ कर नारा दिया, एक पेड़ मां के नाम एक पेड़ भारत के नाम।
भगत सिंह कोश्यारी द्वारा पर्यावरण सुरक्षा हेतु पौंधा रोपड़ को अत्यधिक महत्व देने पर बल दिया गया। कहा गया, उत्तराखंड धर्म भूमि है कर्म भूमि है। वृक्ष रोपड़ का धर्म निभा कर कर्म करे। कहा गया , उत्तराखंड के खानपान और संस्कृति के लिए अमर चंद जी ने अमर सन्देश समाचार पत्र की टीम के माध्यम से जो कार्य किया है, अच्छा प्रयास है।
उत्तराखंड उत्सव के अंतर्गत द ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा पर्यावरण से जुड़े विषय पर प्रभावशाली लघु नाटक का यादगार मंचन किया गया।
उत्तराखंड के कुमाऊं, गढ़वाल व जौनसार के लोकगीत, संगीत व नृत्यों ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया से जुड़े सम्मानित मीडिया कर्मियों को बहुत प्रभावित किया। जौनसार बावर जनजातीय कल्याण समिति दिल्ली से जुड़ी महिलाओं और पुरुषों की टीम द्वारा जौनसार के परंपरागत परिधान में हारूल सामूहिक लोकनृत्य मंचित कर मुख्य अतिथि भगत सिंह कोश्यारी सहित बड़ी संख्या में उपस्थित पत्रकारों व सम्मानित प्रबुद्ध जनों का ध्यान जौनसार जनजातीय क्षेत्र के नायाब नृत्यों की प्रस्तुति की ओर आकर्षित किया। जौनसार के अति प्रभावशाली नृत्यों ने श्रोताओं को हतप्रभ किया, उनका मन मोहा।
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर ख्याति प्राप्त सांस्कृतिक संस्था पर्वतीय कला केंद्र के कलाकारों द्वारा डॉ.गोबिंद पांडे के निर्देशन, वीरेंद्र नेगी ‘राही’ व बबीता पांडे के संगीत निर्देशन व चन्द्रा बिष्ट द्वारा की गई कोरियोग्राफ आधारित नृत्य तथा लोकगीत, संगीत का अति प्रभावशाली और यादगार मंचन किया गया। खचाखच भरे प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के प्रांगड़ में बैठे श्रोताओं व सम्मानित पत्रकारों द्वारा तालियों की गड़गड़ाहट कर मंचित प्रत्येक कर्णप्रिय लोकगीत व नृत्यों की गदगद होकर भरपूर प्रशंसा की गई, मुक्तकंठ सराहना की गई।
सुप्रसिद्ध संस्था पर्वतीय कला केंद्र से जुड़े लोकगायक भुवन रावत व दिवान कनवाल तथा लोकगायिका आशा नेगी द्वारा उत्तराखंड की लोकगायन विधा तथा गायन शैली में प्रमुख न्यौली, छपेली तथा सामूहिक रूप से गाई जाने वाली महिलाओं की बैठ होली व पुरुषों की खड़ी होली गीतों ने श्रोताओं को आत्म विभोर किया, थिरकने को मजबूर किया। महिला व पुरुष नृत्यकारों व गायकों में भगवती नेगी, गीता गुसाईं नेगी, ममता भट्ट, चन्द्रा बिष्ट, तुलिका, वीरेंद्र नेगी ‘राही’, महेंद्र लटवाल, हरीश रावत, अखिलेश भट्ट, गोबिंद महतो तथा अन्य सामूहिक गायक कलाकारों में भूपाल सिंह बिष्ट, जी एस बिष्ट इत्यादि के नृत्यों व गायकी ने श्रोताओं के मध्य यादगार छाप छोड़ी। कलाकारों द्वारा पहनी गई उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा व आभूषणों ने श्रोताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
आयोजित भव्य और प्रभावशाली ‘उत्तराखंड उत्सव’ के समापन की घोषणा अमर सन्देश समाचार पत्र प्रमुख अमर चंद द्वारा सभी अतिथियों के साथ-साथ ऑफ
वित्त मंत्रालय में निदेशक श्रीमती मंदाकिनी बलोधी तथा प्रतिभाग किए कलाकारों व उनकी संस्थाओं, मीडिया कर्मियों, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया पदाधिकारियों तथा उपस्थित प्रबुद्ध जनों तथा आयोजन सहयोगी रहे विज्ञापन दाताओं में प्रमुख बैंक ऑफ इंडिया, ओएनजीसी,आईआईएफसीएल, भारत पेट्रोलियम, एसजेवीएन, भारतीय जीवन बीमा निगम, एसकेएफ इत्यादि के प्रति आभार व्यक्त कर किया गया। आयोजित आयोजन का प्रभावशाली मंच संचालन कुमाऊं की सुविख्यात मांगलिक वेशभूषा व रंगीन पिछोड़ा धारण की हुई सुप्रसिद्ध साहित्यकारा डॉ.पुष्पा जोशी द्वारा बखूबी अंदाज में किया गया।
सम्मानित पत्रकारों व अतिथियों के लिए परोसे गए उत्तराखंड के पारंपरिक पकवानो के स्वाद ने सबको लुभाया। जौनसार का देशी घी युक्त स्वादिष्ट पकवान लोगो को बहुत भाया। कुमाऊं व गढ़वाल के पारंपरिक पकवान अन्य राज्यों के आमंत्रित जनों व पत्रकारों को बहुत स्वादिष्ट लगे। उक्त पकवानो को बनाने की विधि के बाबत भी मीडिया कर्मियों को जानकारी हासिल करते हुए देखा गया।
निष्कर्ष स्वरुप प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के प्रांगण में पहली बार अमर सन्देश समाचार पत्र द्वारा उत्तराखंड के खानपान और लोकसंस्कृति से जुड़ा ‘उत्तराखंड उत्सव’ देश के उपस्थित मीडिया कर्मियों के मध्य प्रभावशाली छाप छोड़ने में सफल रहा।
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