प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने हिमाचल प्रदेश में न्यूज राडार पत्रकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कड़ी निंदा की
अखिल भारतीय स्तर पर प्रताड़ित पत्रकारों के समर्थन और एकजुटता में हमेशा खड़े रहने वाले पत्रकारों के सबसे बड़े संगठन प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने हिमाचल प्रदेश में न्यूज राडार के वह पत्रकार जिसने एक विश्लेषणात्मक लेख लिखा के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर की कड़ी निंदा की है और एफआईआर को तत्काल वापस लेने की मांग की है।
सोशल मीडिया हैंडल X पर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के प्रमुख और वरिष्ठ पत्रकार गौतम लाहिड़ी ने कहा है कि एफआईआर के माध्यम से मीडिया को चुप कराने की प्रथा अफसोसजनक रूप से कई राज्यों में एक आम बात बन गई है, चाहे कोई भी पार्टी सत्ता में हो।
पीसीआई अध्यक्ष गौतम लाहिड़ी द्वारा हस्ताक्षरित आज जारी एक सख्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि पीसीआई को रिपोर्टों के माध्यम से पता चला है कि शिमला में हिमाचल प्रदेश पुलिस ने न्यूज राडार में काम करने वाले पत्रकार सुनील चड्ढा के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की है। हरियाणा चुनाव में अपनी विश्लेषणात्मक रिपोर्टिंग को लेकर पत्रकार चड्ढा को लगातार दैनिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
कई राज्यों में एफआईआर के जरिए मीडिया को चुप कराने की प्रथा अफसोसजनक रूप से आम हो गई है, चाहे सत्ता किसी भी पार्टी की हो।
पीसीआई प्रमुख गौतम लाहिड़ी ने हिमाचल प्रदेश सरकार के इस रवैये की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वह प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा में पत्रकार श्री चड्ढा के साथ एकजुटता से खड़े हैं और कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार को याद दिलाते हैं कि लोकतंत्र और न्याय प्रेस स्वतंत्रता की आधारशिला है।
7 हजार से अधिक पत्रकारों की सदस्यता वाले प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया कि वे पत्रकार श्री चड्ढा के खिलाफ एफआईआर को तुरंत वापस लें और यह भी सुनिश्चित करें कि राज्य की पुलिस को भूमिका और कार्यप्रणाली के बारे में उचित और पर्याप्त रूप से शिक्षित किया जाए। मीडिया यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में पत्रकारों के खिलाफ ऐसी गलतियाँ न हों।