प्रदेश के खनन विभाग में रेवड़ियों की तरह बंटे खनन पट्टे, रेवड़ियों की बंदरबांट में कौन-कौन हैं हिस्सेदार …??? Asks Ashutosh Negi
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81 खनन पट्टों को निविदा के बेस प्राइस के आसपास आबंटित कर प्रदेश को सैंकड़ों करोड़ की राजस्व हानि!!!
उत्तराखण्ड के खनन विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 में 5 हेक्टयर से कम क्षेत्रफल के खनन पट्टों,जिन्हें 5 साल के लिये आबंटित किया गया है,में बड़ा खेल कर दिया गया है।इन पट्टों के आरबीएम के मूल्य को बेस प्राइस,रुपये 7 प्रति कुन्तल या इससे 2-3 रुपये से ऊपर की दर पर तय कर पट्टों को रेवड़ियों की तरह बाँट कर प्रदेश को सैंकड़ों करोड़ रुपये के राजस्व की हानि पहुंचायी गयी है,जबकि अगर भू-स्वामी के खेत में भी मलबा या सिल्ट जमा हो जाये,तो उसे सरकार से ही इसे खरीदने के लिये बेस प्राइस अर्थात रुपये 07 प्रति कुन्तल से दोगुने मूल्य रुपये 14 रुपये प्रति कुन्तल के हिसाब से खरीदने का नियम खनन नियमावली(प्रति संलग्न) में दिया गया है।इस समय बाजार में आरबीएम का न्यूनतम मूल्य लगभग 50 रुपये प्रति कुंतल है,जिससे समझा जा सकता है कि इस विभाग में प्रदेश के हिस्से आने वाले राजस्व की बड़े स्तर पर बंदरबांट की जा रही है ।उत्तराखण्ड क्रान्ति दल का आरोप है कि इस काले धन की कमाई को भाजपा की डबल इंजन की प्रदेश सरकार के मुखिया चुनाव जीतने के लिये प्रयोग करते हैं,जिसके दुष्परिणाम उत्तराखण्ड क्रान्ति दल समेत अन्य विपक्षी दलों को भी भुगतने पड़ते हैं।इस तरह प्रदेश में काबिज़ धामी सरकार लोकतंत्र का गला घोट रही है।अगर सीएम धामी इस मामले में पाक -साफ हैं,सबसे पहले इन खनन पट्टों को निरस्त करें और प्रदेश के खनन विभाग में प्रदेश के राजस्व की लूट के जिम्मेदारों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने हेतु एसआईटी या सीबीआई जाँच की संस्तुति करें,अन्यथा उक्त मामले में उत्तराखंड क्रान्ति दल सड़क से लेकर माननीय न्यायालय तक प्रदेश के राजस्व की लूट के जिम्मेदारों को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाने हेतु निर्णायक लड़ाई लड़ेगा।
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प्रदेश के चंपावत को छोड़ अन्य जनपदों को आबंटित पट्टों की सँख्या-81
81 पट्टों से एक वर्ष में उठाये जाने वाले आरबीएम की मात्रा-5,89,63,230.00 (पाँच करोड़ उन्नब्बे लाख तिरसठ हजार दो सौ तीस) कुंतल।
81 पट्टों से एक वर्ष में इस आरबीएम की लगाई गयी बोली-58,34,88,176.00(अट्ठावन करोड़ चौतीस लाख अट्ठासी हजार एक सौ छियत्तर) रुपये।
भू स्वामी की अपनी भूमि पर जमा आरबीएम को सरकार से खरीदने की दर रुपये 14 प्रति कुन्तल के हिसाब से खरीदने पर इस आरबीएम का मूल्य है- 58963230.00 (पाँच करोड़ उन्नब्बे लाख तिरसठ हजार दो सौ तीस)×14 रुपये प्रति कुन्तल =82,54,85,220.00 (बयासी करोड़ चव्वन लाख पिचासी हजार दो सौ बीस) रुपये।
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शुद्ध हानि-
82,54,85,220.00(बयासी करोड़ चव्वन लाख पिचासी हजार दो सौ बीस)-58,34,88,176.00(अट्ठावन करोड़ चौतीस लाख अट्ठासी हजार एक सौ छियत्तर) =24,19,97,044.00 (चौबीस करोड़ उन्नीस लाख सत्तानवे हजार चवालीस ) रुपए प्रति वर्ष।
पाँच सालों में होने वाली हानि-24,19,97,044(चौबीस करोड़ उन्नीस लाख सत्तानवे हजार चवालीस )×5(वर्ष)=120,99,85,220(एक अरब बीस करोड़ निन्यानबे लाख पिचासी हजार दो सौ बीस)रुपये।
औसतन बाजार मूल्य रुपये 30 प्रति कुन्तल के हिसाब से आरबीएम का मूल्य-5,89,63,230 (पाँच करोड़ उन्नब्बे लाख तिरसठ हजार दो सौ तीस)×30 रुपये प्रति कुन्तल =1,76,88,96,900.(एक अरब छियतर करोड़ अट्ठासी लाख छियानवे हजार नौ सौ) रुपये
शुद्ध हानि-
1,76,88,96,900 (एक अरब छियतर करोड़ अट्ठासी लाख छियानवे हजार नौ सौ) -58,34,88,176(अठावन करोड़ चौतीस लाख अट्ठासी हजार एक सौ छियतर) =1185408724.(एक अरब अठारह करोड़ चवन लाख आठ हजार सात सौ चौबीस)
रुपये प्रति वर्ष
5 सालों में होने वाली हानि-
1185408724.00×05=5927043620.00 (पाँच सौ बयानवे करोड़,सत्तर लाख,तेतालिस हजार,छः सौ बीस रुपये मात्र)
आशुतोष नेगी
पूर्व गढ़वाल लोकसभा प्रत्याशी
उत्तराखण्ड क्रान्ति दल
मो०-7830677767
( Views are Ashutosh Negi’s personal,he is a senior journalist and formed parliamentary candidate of UKD from Pauri Garhwal.)