प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पदक प्राप्तकर्ताओं को गढ़वाल भवन, नई दिल्ली में सम्मानित किया गया
दिल्ली और एनसीआर में रहने वाले उत्तराखंड के निवासियों की सबसे बड़ी प्रतिनिधि संस्था गढ़वाल हितैषिणी सभा ने गणतंत्र दिवस पर उत्तराखंड के चार राष्ट्रपति पदक विजेताओं को सम्मानित किया है। उत्कृष्ट राष्ट्रपति पदक से सम्मानित एनएसजी, होम गार्ड, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और इंटेलिजेंस ब्यूरो के चार अधिकारी श्री जगदीश मैठाणी, श्री धर्मेंद्र सिंह रावत, श्री थे। जयेंद्र असवाल और ललित मोहन नेगी। सेवाओं के विभिन्न विंगों से उच्च क्षमता वाले इन अधिकारियों को उनके संबंधित विभागों में सेवा करते हुए उत्कृष्ट और असाधारण विशिष्ट, मेधावी और वीरता सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया। गढ़वाल हितेशिणी सभा ने इन अधिकारियों को उनका और उनके उत्तराखंड के समुदाय का नाम बढ़ाने के लिए सम्मान और सराहना के तौर पर शॉल, गुलदस्ते और ट्राफियां भेंट कीं। दो अधिकारी श्री मैथानी एवं श्री असवाल अपनी शासकीय व्यस्तताओं के कारण इस अवसर पर उपस्थित नहीं हो सके। हालाँकि कमांडेंट होम गार्ड्स धर्मेंद्र सिंह रावत और सहायक पुलिस आयुक्त ललित मोहन सिंह नेगी कार्यक्रम के अंत तक मौजूद रहे। इन उत्कृष्ट अधिकारियों को न केवल जीएचएस के पदाधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया, बल्कि विभिन्न सामाजिक संगठनों के सैकड़ों पदाधिकारियों ने भी उन्हें गुलदस्ते भेंट किए और अपने-अपने विभागों में उनके अपार योगदान की सराहना करते हुए उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं। सहायक पुलिस आयुक्त ललित मोहन नेगी, जिन्हें लगातार पांचवीं बार राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है, को कट्टर अपराधियों और गैंगस्टरों के कई जटिल मामलों को सुलझाने और उनमें से कई को मुठभेड़ में मारने सहित रिकॉर्ड समय में सुलझाने का श्रेय जाता है। उन्होंने लाल किला मामले को सुलझाने और दोषियों को सजा दिलाने सहित इंडियन मुजाहिदीन और लश्करे तैयबा के आतंकवादियों को खत्म करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन गढ़वाल हितैषिणी सभा के अध्यक्ष अजय सिंह बिष्ट ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जीएचएस सदस्य, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, क्षेत्रीय गढ़वाली फिल्म अभिनेता उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थित और बोलने वालों में सहायक पुलिस आयुक्त ललित मोहन नेगी, कमांडेंट धर्मेंद्र सिंह रावत, बुद्धिमान अधिकारी श्री असवाल के पिता, चारू तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार, विनोद बछेती, अधिवक्ता संजय दरमोड़ा, अजय बिष्ट, सुनील नेगी, दीपक द्विवेदी और अन्य शामिल थे।