google.com, pub-9329603265420537, DIRECT, f08c47fec0942fa0
Uttrakhand

नरभक्षियों के निवाला बन रहे उत्तराखंड के मानवों से आहत हरीश रावत रखेंगे एक घंटे का मौन उपवास अपने देहरादून आवास पर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भले ही देर से बोले लेकिन सभी नेताओं में सबसे पहले बोले , हालांकि ये भी सच है की वह प्रदेश के पहले राजनेता थे जो पिछले महीने खिर्सू के पास एक गाँव में गए और वहां एक वृद्ध महिला जो नरभक्षी का निवाला बनीं उनके परिवार को संवेदना व्यक्त करने गए. कांग्रेस के किसी अन्य नेता ने उत्तराखंड में नरभक्षियों द्वारा मानवों को अपना निरंतर निवाला बनाने की दुर्भाग्यजनक घटनाओं पर एक शब्द नहीं कहा जबकि रावत ने पहल जरूर की. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और वन मंत्री हालांकि अभी तक मौन साधे हुए हैं जबकि मानव जीवन उत्तराखंड में खतरे में है और बड़े बूढ़े बच्चे और महिलाएं आये दिन नरभक्षियों का शिकार बन रहे हैं. उत्तराखंड में इंसानो की जान सस्ती हो गयी है जबकि नरभक्षी खुले आम घूम रहे हैं . यदि हम पिछले कुछ महीनों के दौरान हुवे नरभक्षियों के दुर्दांत हमलों पर नज़र दौड़ाएं तो पाएंगे की आये दिन पहाड़ों में नरभक्षियों का आतंक जारी है और वाइल्ड लाइफ व वन विभाग तमाशबीन बना हुआ हैं. कल ही एक वृद्ध महिला को बागेश्वर में बाघ ने अपना निवाला बनाया और दो दिन पहले थलीसैण में धेजूला पट्टी के एक गाँव के बच्चे को खा गया जिसका क्षत विक्षत शरीर जंगलों में मिला. कल हरीश रावत अपना विरोध दर्ज़ करने हेतु अपने निवास पर एक घंटे का उपवास रख रहे हैं. यहाँ जारी अपने बयान में रावत ने कहा :
असौं निवासी #काफलीगैर के पास में बागेश्वर का एक परंपरागत सुंदर गांव है, वहां की मेरी माताश्री गांगुली देवी को सुबह के वक्त गुलदार उनके आंगन से उठाकर के ले गया और उनको मार डाला। पहले #थलीसैंण में घर के आंगन पर खेल रहा एक छोटे बच्चे को बाघ 🐅 उठाकर के ले गया, खा डाला। इससे पहले कभी कोई ऐसा हफ्ता नहीं जा रहा है, जब गुलदार या बाघ हमारे एक न एक निरीह व्यक्ति को अपना शिकार बना रहा है। वन्य जीव, मनुष्य संघर्ष को समेटने और इन घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो उसके लिए कोई योजनाबद्ध तरीके से सरकार काम नहीं कर रही है। मुआवजा भी बहुत कम है। उन परिवारों को जिनका सहारा छिन रहा है उन परिवारों को सहारा देने की कोई योजना सरकार ने नहीं बनाई है। कल दिनांक-1 अगस्त, 2022 को सरकार का ध्यान इस गुलदार महामारी की ओर आकृष्ट करने के लिए मैं प्रातः 10 बजे अपने निवास स्थान 18 ओल्ड मसूरी रोड देहरादून में 1 घंटे का #मौन_उपवास रखूंगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button