नई दिल्ली में प्रगति मैदान में 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 के दौरान आयोजित विश्व पुस्तक मेले में आर जे एस पॉजिटिव मीडिया द्वारा आयोजित समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में।
आयोजन में चर्चा का विषय था “आज़ादी के आंदोलन के गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी”
समारोह के मुख्य अतिथि थे राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष कर्नल युवराज मलिक , विशिष्ट अतिथि थे-लेखक राहुल इंक़लाब, पार्थसारथि थपलियाल, सुरजीत सिंह दीदावर, ए के मर्चेंट, डॉ रमेश कुमार और संस्था के आब्जर्वर दीप माथुर। इस आयोजन में आरजेएस आज़ादी की अमृतगाथा के अंतर्गत आयोजित 150 कार्यक्रमों पर आधारित पुस्तक आज़ादी की अमृत गाथा का विमोचन किया गया और वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे। कर्नल युवराज मलिक ने पुस्तकों के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा शान ओ शौकत दिखाने की बजाय पुस्तकों को अपनाएं, पुस्तकों को स्टेटस सिंबल बनाएं। इंदौर से आये राहुल इन्कलाब, जो स्वाधीनता संग्राम के सेनानियों के नामों की सूची तैयार करते हुए 50 हज़ार स्वतंत्रता सेनानियों के विवरण तैयार कर चुके है उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य है कि वे एक लाख स्वतंत्रता सेनानियों के विवरण तैयार कर सकें। मीडियाकर्मी व मोटिवेशनल स्पीकर, पार्थसारथि थपलियाल ने अनेक गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के नाम बताते हुए कहा बहुत से स्वतंत्रता सेनानियों का जीवन छोटा रहा लेकिन वे बड़ा काम कर गए। जीवन की सार्थकता इस बात में है कि जीवन लंबा नही बड़ा होना चाहिए। सुरजीत सिंह दीदावर ने इस दौर के युवाओं को चेताया कि हमारी राष्ट्रभक्ति क्या हो। आरजेएस संयोजक उदय कुमार मन्ना ने कहा हम समारोहों में बुके देने की बजाय बुक देने की संस्कृति को बढ़ावा देने। उन्होंने आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का विवरण भी प्रस्तुत किया। रमेश कुमार योगाचार्य ने स्वस्थ भारत के लिए स्वस्थ समाज के महत्व को बताया। ऑब्जर्वर दीप माथुर ने आज़ादी के अमर बलिदानियों का स्मरण किया और उस दौर को जानना आज की पीढ़ी का कर्तव्य बताया ताकि हम भारत को महान बनाने में अपना योगदान दे सकें।
कार्यक्रम का संचालन अंबिकापुर से आई उद्घोषक शबनम खान ने किया।
आरजेएस पॉजिटिव मीडिया के सहयोगियों की उपस्थिति सराहनीय थी।