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दिल्ली में इलैक्ट्रिक बसों की बसों की संख्या बढ़ी है तो बेहतरीन कनेक्टिविटी के लिए दिल्ली के सभी गांवो से नये बस रुट भी चलाएं दिल्ली के परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलौत: शिक्षाविद् दयानंद वत्स भारतीय

डीटीसी एवं क्लस्टर बस कम्यूटर्स वैलफेयर एसोसिएशन एवं ग्रामीण यात्री परिषद् के अध्यक्ष शिक्षाविद् दयानंद वत्स भारतीय ने हाल ही में डीटीसी के बेड़े में पांच सौ बसें शामिल किए जाने पर अपनी खुशी जताई है। अब डीटीसी के पास तेरह सौ इलैक्ट्रिक बसें परिचालन के लिए उपलब्ध हो गई हैं। वत्स ने कहा दैनिक यात्री दिल्ली में ने रुट शुरू करने की जरूरत महसूस कर रहे हैं। सालों से एक ही रुट पर कई रुटों की बसें परिचालन में हैं। जिससे यात्रियों को बसें बदल कर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ता है। दिल्ली के उत्तर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र के नरेला, बवाना, रोहिणी, कंझावला, अलीपुर, ,पल्ला, बख्तावरपुर, सिंघु, टीकरी खुर्द, मुखमेलपुर, हिरनी, झंगोला, अकबरपुर माजरा, हमीदपुर, बांकनेर, लामपुर गांव, ओचंदी बार्डर, कुतुबगढ, मुंगेशपुर, कटेवडा, हरेवली, घोगा, दरियापुर, ओचंदी, सिंघु बार्डर, नया बांस, खेडा कलां, खेड़ा खुर्द, नंगली पूना, कादीपुर, इब्राहीम पुर, बुराड़ी, होलंबी खुर्द, भोरगढ, शाहपुर, कुरैशी,ऋहोलंबी कलां,मैट्रो विहार आदि गांवों में बस सेवा की भारी कमी है। दिल्ली मैट्रो की कनेक्टिविटी भी यहां नहीं है। वत्स ने कहा कि बवाना इंडस्ट्रियल एरिया, नरेला इंडस्ट्रियल एरिया, कंझावला, रोहिणी के की सेक्टरों,एनएसपी, वजीरपुर में डीटीसी और क्लस्टर बसों के अनेकों डिपो हैं। लेकिन रुट सब पुराने हैं। जिनमें अधिकांश पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, मोरी गेट, आजादपुर तक संचालित हो रहे हैं। अब द्वारका सब सिटी विकसित हो चुका है। इसलिए बवाना, नरेला, अलीपुर, कंझावला क्षेत्र के गांवों से द्वारका के सेक्टर -25 और आई. पी यूनिवर्सिटी तक नये बस रुट चलाए जाने की आवश्यकता है।
इन सभी गांवों से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, शिवाजी स्टेडियम, पालिका केंद्र, सराय काले खां बस अड्डा, हजरत निज़ामुद्दीन और आनंद विहार बस अड्डा और रेलवे स्टेशन, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, जेएनयू, महरौली,बदरपुर, ओखला, ढांसा बार्डर, कापसहेड़ा, गुरुग्राम तक सीधी बस सेवा उपलब्ध कराई जाने की आवश्यकता है। इन ग्रामीण क्षेत्रों में बस डिपो तो हैं लेकिन सीमित स्थानों के बस रुट परिचालन में हैं। वत्स ने कहा कि जब तक दिल्ली मैट्रो की कनेक्टिविटी उत्तर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र में नहीं हो जाती है तब तक इन सभी गांवों को मैट्रो स्टेशन कनेक्टिविटी से जोड़ा जाए। इनमें समयपुर बादली, रिठाला, जहांगीर पुरी, नेताजी सुभाष प्लेस, शादीपुर मैट्रो स्टेशन तक बस सेवा मिल जाए तो यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी। अभी बवाना विधानसभा क्षेत्र में केवल 988 बस रुट ही पालिका केंद्र तक जाता है। पर इस रुट पर बसों की भारी कमी है। इस रुट पर 20बसों की जरूरत है। बवाना और नरेला, अलीपुर, कंझावला क्षेत्र के गांवों के लोग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और द्वारका सेक्टर -25तक बस रुट चलाने की मांग भी कर रहे हैं। लेकिन डीटीसी के कुछ अधिकारी बार बार अनुरोध के बावजूद इन गांवों के लोगो को यह सुविधा देने के मूड में नहीं हैं। हालांकि दिल्ली के परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत ने बवाना में रिठाला मैट्रो स्टेशन तक डीटीसी के नये बस रुट 990C के उद्घाटन अवसर पर कहा था कि हम दिल्ली के गांवों को बेहतरीन परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराएंगे।
दिल्ली ग्रामीण यात्री परिषद् और डीटीसी कम्यूटर्स वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष शिक्षाविद् दयानंद वत्स भारतीय ने दिल्ली के परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत से मांग की है कि डीटीसी और क्लस्टर बसों पर पहला हक दिल्ली के गांवों के लोगों का है। इसलिए गांवों की जमीन पर खोले गए बस डिपो से दिल्ली के हर गांव को दिल्ली के पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी दिल्ली से और तत्काल जोड़ा जाए। इस संबंध में ग्रामीणों की एक मीटिंग दिल्ली सचिवालय में बुलाई जाए।

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