दिल्ली और एनसीआर में गढ़वाल, उत्तराखंड के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता नारायण सिंह गुसाईं नहीं रहे
गढ़वाल हितैषिणी सभा और कई अन्य सामाजिक संगठनों से जुड़े प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता 65 वर्षीय नारायण सिंह गुसाईं नहीं रहे। 11 फरवरी को डॉ. अंबेडकर अस्पताल में आईसीयू में भर्ती रहते हुए उन्होंने अंतिम सांस ली। आज सुबह निगम बोध श्मशान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक ( last rites) किया जाएगा। नारायण सिंह गुसाईं की असामयिक मृत्यु वास्तव में दिल्ली में उत्तराखंड के सामाजिक भाईचारे के लिए एक बड़ी क्षति है क्योंकि मिलनसार स्वभाव, जमीन से जुड़े और अच्छे इंसान नारायण सिंह गुसाईं हमेशा जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सबसे आगे रहते थे और हमेशा सहायक रहते थे। गुसाईं जी कर्मपुरा और रोहिणी में अपने निवास पर रहते थे। वह काफी समय से अस्वस्थ थे! गुसाईं जी की उम्र लगभग 65 वर्ष थी. गुसाईं जी अपने दोनों पुत्रों और बहुओं को छोड़कर परमलोक धाम चले गए हैं!
गुसाईं जी बहुत ही समृद्ध सामाजिक व्यक्तित्व थे। उनका जीवन समाज सेवा को समर्पित था! रामलीला मंचन, उत्तराखंड राज्य की स्थापना के लिए आंदोलन, धरना प्रदर्शन और दिल्ली में चल रहे उत्तराखंड के कई सामाजिक संगठनों में उनका योगदान अहम रहा। वह कई राजनेताओं, उद्योगपतियों और सामाजिक मंच के कार्यकर्ताओं से परिचित थे। वर्ष 2001 में नैनीडांडा विकास एसोसिएशन की स्थापना की नींव रखने तथा एसोसिएशन को निरंतर चलाने में उनका बहुमूल्य योगदान रहा है। वे एक कुशल मंच संचालक एवं संगठन प्रबंधक थे! उन्होंने एनवीएस में अध्यक्ष और संयोजक का पद संभाला। उनके सुझाव और मार्गदर्शन ने संघ को सदैव नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया! गुसाईं जी के सामाजिक योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता! यह एनवीएस के लिए एक बड़ी क्षति है! पूरा उत्तराखंड समुदाय, विशेष रूप से दिल्ली और एनसीआर में रहने वाले लोग नारायण सिंह गुसाईं के दुखद निधन से वास्तव में स्तब्ध हैं और उन्होंने कहा कि यह समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है, इस अंतर को भरना बहुत कठिन समय है। गढ़वाल हितैषिणी सभा के अध्यक्ष अजय बिष्ट ने स्वर्गीय नारायण सिंह राणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुखद समाचार से दिल्ली और एनसीआर का पूरा समुदाय स्तब्ध है। वह अपने पीछे एक बहुत बड़ा खालीपन छोड़ गए हैं जिसे भरना मुश्किल है।
यह बहुत ही दुखद सूचना हम सब के लिए है kaha Pawan Maithani ne, purv Mahasachiv GHS ke।
समाज के हित में सदैव जी-जान से जुटे रहनेवाला एक पक्षधर समाज सेवक, समर्पित समाज सेवक हमेशा के लिए हमारे बीच से चल पड़ा, वैकुंठ धाम सिधार गया । बहुत ही दुखदाई क्षण। ईश्वर भाई नारायण सिंह गुसाईं की आत्मा को अपने परमधाम में स्थान प्रदान करें ऐसी प्रभू से प्रार्थना है । परमपिता परमेश्वर परिवार एवं सगे संबंधियों को यह असहनीय दुःख सहन करने की शक्ति दे। ओम शांति शांति……
ओउम शांति.