डीएम ने बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगाया

हल्द्वानी मामले में मुख्यमंत्री ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक

मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ हालत की समीक्षा की

अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की

डीएम ने बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगाया

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अवैध निर्माण को हटाये जाने के दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों पर हुए हमले तथा क्षेत्र में अशान्ति फैलाने की घटना को गम्भीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र में शान्ति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के सख्त निर्देश भी दिये है।

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में गुरूवार को सांय मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी, पुलिस महानिदेशक श्री अभिनव कुमार तथा अन्य उच्चाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से शान्ति बनाये रखने की अपील करते हुए अराजक तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना के दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही कर क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि प्रदेश में किसी को भी कानून व्यवस्था से खिलवाड करने की छूट नहीं दी जानी चाहिए। प्रशासनिक अधिकारी निरंतर क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये प्रयासरत रहे।

जिलाधिकारी द्वारा दूरभाष पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अशान्ति वाले क्षेत्र बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगाया गया है तथा स्थिति को सामान्य बनाये रखने के लिये दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिये गये है।

उत्तराखंड कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा दासानी ने हल्द्वानी की स्थिति पर उत्तराखंड की बीजेपी नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा: हल्द्वानी के मलिक बाग में दंगे जैसी स्थिति पूरी तरह से प्रशासनिक चूक है. अधिकारियों द्वारा सरकार को गलत फीडबैक दिया जा रहा है, कथित भूमि विवाद की सुनवाई के लिए हाईकोर्ट द्वारा 14 फरवरी की तारीख तय करने के बावजूद प्रशासन इतनी तेजी से कार्रवाई क्यों कर रहा है? प्रशासन बिना तैयारी के क्यों पहुंचा और सरकार स्थिति का आकलन करने में क्यों विफल रही? यह पूरी धामी सरकार और उसके प्रशासन की विफलता है, इंटेलिजेंस की विफलता है।

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