गढ़वाल , कुमाऊनी और जौनसार अकादमी ३ जुलाई से ९ जुलाई तक दिल्ली के आई टी ओ स्थित प्यारेलाल औडिटोरियम में विभिन्न निर्देशकों, गढ़वाली कुमाऊनी और जौनसारी भाषाविदों द्वारा निर्मित क्षेत्रीय भाषाओं में बाल कलाकारों द्वारा एक्ट किये गए नाटकों का मंचन करेगा.
दिल्ली सरकार की गढ़वाल , कुमाऊनी और जौनसार अकादमी ३ जुलाई से ९ जुलाई तक दिल्ली के आई टी ओ स्थित प्यारेलाल औडिटोरियम में विभिन्न निर्देशकों, गढ़वाली कुमाऊनी और जौसारी भाषाविदों द्वारा निर्मित क्षेत्रीय भाषाओं में बाल कलाकारों द्वारा एक्ट किये गए नाटकों का मंचन करेगा. उत्तराखंड की क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किये गए इस प्रयास की काफी प्रसंशा की जा रही है . इन सात दिनों में दिल्ली के प्यारेलाल भवन में रोजाना दो नाटकों का मंचन किया जाएगा और ये सभी नाटक उत्तराखंड की बोली भाषाओं में एक्ट किये जाएंगे. इस सराहनीय प्रयास के पीछे उत्तराखंड अकादेमी का बड़ा योगदान है . दिल्ली के रमे हुए निर्देशकों और भाषाविदों की कड़ी मेहनत के फलस्वरूप ये संभव हो पाया है जिसके तहत उन्होंने दिल्ली के १३ विभिन्न लोकेशंस के विद्यालयों में बाल कलाकारों को बीस दिन की कड़ी मेहनत के बात तैयार किया और इन क्षेत्रीय भाषाओं में ७.५ से १८ वर्ष के बालकों को इस लायक बनाया . विभिन्न स्कूलों के इन बच्चों की भीतर की एक्टिंग प्रतिभा को तराशा गया और इइन नाटकों में विभिन रोल अदा करने के लिए उनमे आत्मविश्वास का संचार किया गया. इनमे एक्ट करने वाले बच्चे सभी समुदाय के हैं जिन्हे गढ़वाली , कुमाऊनी और जौनसारी भाषा में डायलॉग्स बोलने के लिए प्रवीण अन्य गया एक्टिंग के साथ साथ . बच्चों की उमंग , लोक आशा के संग बाल उत्सव २०२२ के बेनर तले संपन्न होने जा रहे इन १४ क्षेत्रीय भाषा के नाटकों के प्रयास को काफी सराहा गया क्योंकि राज्य सरकार की तरफ से इसे बच्चों को प्रोत्साहन देने की दृष्टि से काफी प्रभावशाली प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. ३ जुलाई को आप की नेत्री आतिशी भरद्वाज और उत्तराखंड की दिल्ली अकादमी के अध्यक्ष एम् इस रावत इस नाटक श्रृंखला का उद्घाटन करेंगे और पहले दिन गढ़वाल के ऐतिहासिक नाटक तिलु रौतेली और मई च्यल छू का गढ़वाली और कुमाऊनी भाषा में बच्चों द्वारा मंचन किया जाएगा जिन्हे ( एनएसडी) के पोस्टग्रेजुएट डॉ. स्वर्ण रावत और श्री खिलानंद, सह निर्देशक पुरन चाँद कांडपाल द्वारा निर्देशित किया गया है. रोजाना दो नए नए नाटक ६ से ९ बबजे तक तीन जुलाई से ९ जुलाई तक आंच किये जाएंगे . इनमे कोई एंट्री फी नहीं है . सभी सादर आमंत्रित हैं.
सुनील नेगी अध्यक्ष उत्तराखंड जर्नलिस्ट्स फोरम