किशोरी लाल शर्मा-कांग्रेस की पुरानी परंपरा के धूमकेतु
वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ श्रीवास्तव ने अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा से बात की
भारत की राजनीति में एक अन्जान सा नाम किशोरी लाल शर्मा अचानक धूमकेतु के सितारे की तरह चमकने लगा है।
अमेठी का चुनाव परिणाम, 2024 की सबसे धमाकेदार जीत बन कर उभर कर आया है। सिर्फ इसलिए नहीं कि ये अप्रत्याशित था(भारत के वोटर ऐसे झटके देते रहते हैं) बल्कि इसलिए कि हारने वाली तेज़ तर्रार भूतपूर्व मंत्री स्मृति इरानी पिछले दस सालों की राजनीति का सबसे चर्चित चेहरा बन गई थी।
लेकिन अब समय भूतपूर्व नहीं वर्तमान की बात करने का है।और वर्तमान है एक निहायत ही सभ्य,शालीन और पूरी तरह से कांग्रेस की गरिमा और सभ्यता का प्रतिनिधित्व करने वाले किशोरी लाल शर्मा जी का जिनमें अपनी जीत के बाद भी कहीं कोई घमंड या कटुता नहीं है।
ये उनके लिए कितना मुश्किल होगा ये अखबार और टीवी के दर्शक अच्छी तरह समझते होंगे।
लेकिन शर्मा जी से अपने एक छोटे से सवाल जवाब के बाद मुझे लगा कि अब तो नकली वीडियो बना कर टुकड़े टुकड़े गैंग की दहशत फैलाने वाले और भारत भर में छात्रों में असंतोष फैलाने वाले गैंग को हाशिए पर लाने का समय आ गया है।
इसमें आर एस एस कितनी अहम भूमिका निभा पायेगा या खुद हाशिए पर बैठा दिया जाएगा इसका थोड़ा सा एहसास नड्डा जी ने दिया है।
हम इंतज़ार करेंगे…
खैर प्रस्तुत है अपनी एक्सक्लूसिव बातचीत किशोरी लाल शर्मा से:
१.आपको कब पता चला कि इस बार आप चुनाव लड़ रहे हैं
उत्तर- अमेठी से चुनाव लड़ने के बारे में जानकारी हमें कांग्रेस हाईकमान द्वारा 2 मई को देर रात लिए गए निर्णय के बाद ही प्राप्त हुई।
२.आपको यह सोचकर घबराहट नहीं हुई कि आप एक घमंडी मंत्री के खिलाफ लड़ रहे हैं.क्या आपको विश्वास था कि प्रियंका जी समर्थन से आप सीट निकाल लेंगे।
उत्तर- चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के पहले ही अमेठी जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर आई प्रियंका गांधी जी ने सामूहिक और सार्वजनिक रूप से सहयोग के प्रति आश्वस्त कर दिया, तब घबराहट का कोई सवाल ही नहीं।
३.आपने अपने चुनाव में क्या मुद्दे उठाए लोकल या राष्ट्रीय
उत्तर- गांधी परिवार से अमेठी का पुराना नाता अपने आप में चुनाव का बड़ा मुद्दा था। क्योंकि अमेठी को 2019 की अपनी भूल का एहसास हो चुका था। अब इसे आप स्थानीय मुद्दा समझें या राष्ट्रीय।
४.राहुल जी की भारत जोड़ो यात्रा का चुनाव पर क्या प्रभाव रहा।
उत्तर- भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल जी को सुनने के लिए उमड़े जनसैलाब ने ही अमेठी में अगले लोकसभा चुनाव पर अपना निर्णय सुना दिया था।
५.चुनाव परिणाम से योगी आदित्यनाथ का कद छोटा हुआ। अब।
उत्तर- गांधी परिवार या कांग्रेस लोकतंत्र में श्रद्धा बढ़ाने के लिए चुनाव लड़ती है, किसी का कद घटाने बढ़ाने के लिए नहीं। यह विश्लेषण करना आप पत्रकारों का कार्य है।
६.आपको लगता है कि स्मृति इरानी को हारने के बाद फिर कोई बड़ा पद दिया जाएगा सिर्फ जनता को जलाने के लिए।
उत्तर- यह भाजपा और एनडीए को तय करना है। हमारा इससे कोई वास्ता नहीं है।
७.और अंत में हम सब जानना चाहेंगे कि आपका नेहरू परिवार से कितना पुराना संबंध है
उत्तर- व्यक्ति गत रूप से हमारे पूर्वज गांधी नेहरू की नीतियों और कांग्रेस से प्रभावित रहे हैं। स्व. राजीव जी की वजह से हमें गांधी परिवार से जोड़ने का सौभाग्य मिला और आम लोगों की सेवा का। 1983 से हम गांधी परिवार के साथ हैं। यह साथ सांस बंद होने के बाद भी खत्म नहीं होगा क्योंकि हमारी भावी पीढ़ी भी कांग्रेस और गांधी परिवार की नीतियों से पूर्णतः प्रभावित हैं।