कांग्रेस की सशक्त क़ानूनी टीम जिसमे अभिशेख मनु सिंघवी ख़ास थे, ने अंततः अपने नेता राहुल गाँधी को सूरत , गुजरात के सेशंस कोर्ट से हाल फिलहाल राहत दिलाने में सफलता दर्ज की
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कांग्रेस की सशक्त क़ानूनी टीम जिसमे अभिशेख मनु सिंघवी ख़ास थे ने अंततः अपने नेता राहुल गाँधी को सूरत , गुजरात के सेशंस कोर्ट से हाल फिलहाल राहत दिलाने में सफलता दर्ज कर ही ली . उनका और उनकी बहन प्रियंका गाँधी का गुजरात , सूरत की भीड़ ने हाथ हिला कर बहुत ही गर्मजोशी से स्वागत भी किया , दोनों भाई बहन बहुत की खुश मुद्रा में नज़र आये . उनके साथ राजस्थान , छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत, भूपेश सिंह भगेल , सुखविंदर सिंह सुख्खू महासचिव वेणुगोपाल , जयराम नरेश , अभिषेक मनु सिंघवी वगैरह भी मौजूद थे. राहुल गाँधी ने सूरत सेशन ट्रायल कोर्ट के २३ मार्च के उनके खिलाफ दिए गए निर्णय के विरुद्ध सेशंस कोर्ट में न्याय की अपील की थी. सेशंस जज मोगरे ने उन्हें १५ हज़ार के मिचली पर जमानत दी और फिलहाल उनकी सेंटेंस को ससपेंड कर दिए. साथ ही अगली तारिख १३ अप्रैल की राखी है जहाँ भाजपा विधयक शिकायतकर्ता पूर्णेश यादव और राहुल गाँधी दोनों को उपस्थित रहना होगा. कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री , शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी पर सवाल उठाया और कहा कि इसपर सिर्फ प्रधानमंत्री का ही उनके विरुद्ध मानहानि दायर करने का ही अधिकार है ना की उनका क्योंकि अपने भाषण में उन्होंने ललित मोदी नीरव मोदी और पी एम् नरेंद्र मोदी के विरुद्ध टिपणी की थी मोदी सरनेम का हवाला देते हुए . कोर्ट में दायर की गयी याचिका के मुताबिक़ देश में कुल १३ करोड़ मोदी हैं जिनमे मुस्लिम पारसी भी आते हैं . यही नहीं बल्कि याचिका के मुताबिक १३ करोड़ लोगों को भला शिकायत दर्ज करने का अधिकार कैसे मिल सकता ? राहुल गाँधी ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि चूँकि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के खिलाफ लांछन लगाया हैं तो उन्ही को उनके ( राहुल) के खिलाफ शिकायत करने का अधिकार है न कि किसी ओर का कहा राहुल गाँधी ने. उन्होंने अपनी दलील में कहा कि पूर्णेश को लिहाजा कोई अधिकार नहीं है उनके विरुद्ध शिकायत दर्ज करने का . उन्होंने ये भी दवा किया कि पूर्णेश मोदी के पास ऐसा कोई सुबूत भी नहीं है जिससे वे ये साबित करें कि मोदी समाज को बदनाम किया गया हो . अपने ट्वीट में राहुल ने लिखा : ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा! दिल्ली में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए राहुल गाँधी ने कहा 20,000 करोड़ अडानी की शेल कंपनियों में बेनामी पैसे किसके हैं – प्रधानमंत्री चुप, कोई जवाब नहीं! 2000 sq km ज़मीन चीन ने छीन ली, जगहों के नाम भी बदल रहे – प्रधानमंत्री चुप, कोई जवाब नहीं! प्रधानमंत्री जी, आख़िर इतना डर क्यों ?