उत्तराखण्ड सरकार के कार्यों पर आधारित विकास पुस्तिका का विमोचन: केन्द्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा ने किया प्रतिभाग


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर, सूचना विभाग द्वारा प्रकाशित विकास पुस्तिका ‘सेवा, सुशासन और विकास के 3 वर्ष’ का विमोचन देहरादून में किया गया। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण विभिन्न जिलों सहित दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास में भी किया गया। पुस्तिका में उत्तराखण्ड सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं, अधोसंरचना विकास, नवाचारों और जनता को समर्पित पहलों का विस्तृत विवरण दिया गया है। राज्य की प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में किए गए प्रयासों को इसमें सम्मिलित किया गया है।

उत्तराखण्ड निवास में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री श्री अजय टम्टा ने राज्य निर्माण के अमर शहीदों एवं देश के लिये सर्वाेच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उत्तराखण्ड की मजबूत नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को भी राज्य की जनता की ओर से नमन किया। उन्होंने कहा कि राज्य में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, उद्योग और रोजगार के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जिससे प्रदेश की समग्र प्रगति को गति मिली है।

प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में 30 से अधिक नीतियां लागू की गई हैं। इससे उत्तराखण्ड सर्वांगीण विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। आज हमारा प्रदेश वेडिंग डेस्टिनेशन, साहसिक पर्यटन, फिल्म निर्माण के एक बड़े हब के रूप में उभर रहा है। 38वें राष्ट्रीय खेलों का अभूतपूर्व आयोजन उत्तराखण्ड में हुआ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा केदार की धरती से कहा था, ‘तेज गति से हो रहे आधारभूत सुविधाओं के विकास और राज्य सरकार द्वारा लिए जा रहे निर्णयों को देखते हुए 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा और उत्तराखण्ड जितनी ऊंचाइयों पर बसा है, वह उससे भी अधिक ऊंचाइयों को हासिल कर रहा है। गौरीकुंड से केदारनाथ और गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक रोपवे निर्माण परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद तीर्थयात्रियों को आवगमन के लिए सुगमता होगी और प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की आर्थिकी का एक प्रमुख आधार है।

श्री टम्टा ने आगे कहा कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के पूरा होने के बाद दिल्ली से देहरादून का सफर केवल दो से ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। जल्द ही पहाड़ में रेल का सपना साकार होने जा रहा है। जौलीग्रान्ट और पंतनगर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए कार्य गतिमान है। मां गंगा के मायके मुखवा एवं सीमांत क्षेत्र हर्षिल घाटी पहुंचकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विंटर टूरिज्म को बढ़ावा दिया है। यह हमारा सौभाग्य है कि उत्तराखण्ड के चहुँमुखी विकास के साथ ही यहां की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में हमें सदैव प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त होता रहा है। उत्तराखण्ड पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने समान नागरिक संहिता को लागू किया। राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए हर क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। सरकारी नौकरियों में राज्य की बेटियों को 30 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण देकर हर विभाग में उनका उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है। लखपति दीदी योजना के अंतर्गत उत्तराखण्ड 01 लाख से अधिक महिलाएं लखपति बन चुकी हैं। राज्य सरकार ने सख्त भू-कानून लागू किया जिससे भू-माफियाओं पर नकेल कसने का काम किया जाएगा। राज्य में प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतियोगी परीक्षा अध्यादेश-2023 लागू किया गया है। योग्य युवाओं के पक्ष में लागू किया गया यह कानून बेहद सख्त है, जिसमे नकल करने पर 10 वर्ष तक की कैद और 10 लाख तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

श्री टम्टा ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास में देवभूमि की देवतुल्य जनता का आशीर्वाद उन्हें मिलता रहा है और उनके नेतृत्व में प्रदेश लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है। रजत जयंती वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हो यह हमारा संकल्प है।
इस अवसर पर स्थानिक आयुक्त श्री अजय मिश्रा, दिल्ली में मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर श्री मदन मोहन सती, उत्तराखण्ड निवास की वरिष्ठ व्यवस्थापक श्रीमती गीता काला, भाजपा प्रवक्ता श्री वीरेन्द्र बिष्ट सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थिति दर्ज कराई। उपस्थित अतिथियों ने उत्तराखण्ड के विकास में हो रहे सकारात्मक बदलावों पर चर्चा की और राज्य में संचालित विभिन्न योजनाओं के प्रभाव को रेखांकित किया।
