उत्तराखंड समानता पार्टी ने उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने की सराहना की
नौकरशाह से राजनेता बने पूर्व महानिदेशक आईसीएफआरई और चांसलर एफआरआई विश्वविद्यालय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार और वर्तमान में उत्तराखंड के एक क्षेत्रीय राजनीतिक दल अर्थात् उत्तराखंड समानता पार्टी के अध्यक्ष डॉ. वी.के. बहुगुणा ने कहा कि यूएसपी का गठन प्राथमिक रूप से किया गया था समाज में सभी धर्मों और आस्थाओं के बीच समभाव स्थापित करने हेतु I पार्टी को वर्ष 2022 में भारत के चुनाव आयोग के साथ पंजीकृत किया गया था। हाल ही में उत्तराखंड विधानसभा में समान नागरिक संहिता के कानून बनने की संभावना की सराहना करते हुए, डॉ. वी. के. बहुगुणा ने कहा कि उनकी पार्टी सभी राजनीतिक दलों के साथ सहयोग करेगी। unki party उत्तराखंड के खान-पान और समाज में समरसता par vishwas karti hai. यूएसपी प्रमुख, जो भारत सरकार के कृषि मंत्रालय में प्रमुख सचिव रह चुके हैं, डॉ. बहुगुणा ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता की स्थापना देश के लिए एक संवैधानिक दायित्व है जैसा कि भाग IV में अनुच्छेद 44 में निहित है। संविधान में कहा गया है कि “राज्य पूरे भारत में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा।” इसलिए यूएसपी समान नागरिक संहिता के लिए विधेयक पेश किए जाने का स्वागत करती है और हमारे समाज के सभी वर्गों के हित में इसे कानून बनाने का पूरा समर्थन करती है। डॉ. बहुगुणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि इसे हमारे संविधान के प्रावधान के अनुरूप पूरे भारत में लागू किया जाये। उन्होंने सभी बुद्धिजीवियों, राजनीतिक दलों और सामाजिक-सांस्कृतिक समूहों से लोगों के हित में राजनीति को अलग रखने और भारत के संविधान में निहित राज्य सरकार के दूरदर्शी कार्यों का समर्थन करने की भी अपील की।