इंडियन नेशनल टीचर्स कांग्रेस (इंटेक) के विद्वत परिषद और विश्वविद्यालय कोर्ट के सदस्यों ने सीयूईटी परीक्षाएं में अक्षम मणिपुर के छात्रों को DU में दाखिला दोने की मांग की
इंडियन नेशनल टीचर्स कांग्रेस (इंटेक) के विद्वत परिषद और विश्वविद्यालय कोर्ट के सदस्यों ने दिल्ली विश्वविद्यालय कुलपति को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया कि विश्वविद्यालय को मणिपुर के उन उम्मीदवारों को बारहवीं के प्राप्त प्रतिशत के आधार पर प्रवेश देकर उनकी मदद करनी चाहिए जो सीयूईटी परीक्षा में उपस्थित नहीं हो सके या अपना दिल्ली विश्वविद्यालय का फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी नहीं कर सके। मणिपुर
यह उन छात्रों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से एक उपचारात्मक स्पर्श और एक महान मानवीय पहल होगी जो मणिपुर संकट से गंभीर रूप से प्रभावित हैं।
अधिकांश छात्र ओबीसी, एससी और एसटी जैसे पिछड़े और वंचित वर्गो विश्वविद्यालय कुलपति का ध्यान मणिपुर में चल रहे संकट की ओर आकर्षित करते हुए इंटेक ने कहा कि मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष और हिंसा के कारण, शिक्षा क्षेत्र पर व्यापक प्रभाव पड़ा है और 80 दिनों से अधिक समय तक इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद है।
इस दौरान स्नातक (यूजी) पाठ्यक्रमों के लिए सभी सीयूईटी परीक्षाएं आयोजित की गईं। इसलिए, ऐसे कई छात्र हैं जो ऊपर उल्लिखित कारणों से सीयूईटी परीक्षाओं में उपस्थित नही हो सके और उनकी भविष्य की शिक्षा अनिश्चित है। भले ही छात्र सीयूईटी में उपस्थित हुए हों, उनमें से कई दिल्ली विश्वविद्यालय में यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पंजीकरण कराने के बाद अपने ऑनलाइन फॉर्म पूरा नहीं कर सके और जमा नहीं कर सके।