आलमी उर्दू फाउंडेशन द्वारा, ‘महफिले ज़िक्रे अली’ एवं दावत – इ – फ़्तार का आयोजन

आलमी उर्दू फाउंडेशन द्वारा, ‘महफिले ज़िक्रे अली’ एवं दावत – इ – फ़्तार का आयोजन, मीडिया पैलेस, हैदाराबाद में वरिष्ठ पत्रकार, व प्रधान संपादक, आलमी मीडिया ग्रुप; कबीर सिद्दीकी समेत अन्य भाषा विद्वानों का भाषण एवं मुशायरा, नई दिल्ली, के अतिरिक्त देश के लगभग सभी राज्यों में आयोजित किया गया।
मुशायरों का आयोजन करने वाले स्वर्गीय मोहतरम अली सिद्दीकी के सुपुत्र; श्री कबीर सिद्दीकी अध्यक्ष: आलमी उर्दू फाउंडेशन व अबूतराब एजूकेशनल ट्रस्ट द्वारा, ‘मौलाए कायनात सैयदना हज़रत अली मुर्तजा के शहीदी दिवस’ के पावन अवसर पर, मीडिया पैलेस ऑडीटोरीयम, जामिआ निज़ामीया कम्पलैक्स, गनफाओंडरी, हैदराबाद में महफिल ज़िक्र अली एवं दावते इफ्तार का श्रद्धापूर्वक आयोजन किया। इसमें मौलाना सैयद निसार हुसैन हैदर आगा ने अपने भाषण में हज़रत अली की महानता, परित्याग एवं गुणें की चर्चा करते हुए आस्थापूर्वक ‘मौलाए कायनात हज़रत अली’ के जीवन के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डाला। इस सभा में प्रसिद्ध पत्रकार डाक्टर फाज़िल हुसैन परवेज़, संपादक साप्ताहिक ‘गवाह’, वरिष्ठ शायर श्री सलाहुद्दीन नय्यर, श्री ज़िया काॅदरी अजमेरी, मुद्रक एवं प्रकाशक; राष्ट्रीय सहारा ग्रुप, ने हज़रत अली की महानता, मानवता एवं दिव्य मूल्यों पर चर्चा की। वक्ताओं ने स्वर्गीय श्री अली सिद्दीकी द्वारा आयोजित किए गए, आलमी मुशायरों को याद करते हुए उनके सुपुत्र श्री कबीर सिद्दीकी की सेवाओं की चर्चा करत हुए सलाह दी कि वे इस संगठन द्वारा श्री अली सिद्दीकी की याद में साहित्यिक सभाएं आयोजित करते रहें। इसके लिए शहर के विद्वान सहायतार्थ हैं। श्री कबीर सिद्दीकी ने ‘मौलाए कायनात’ के गुणों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “लतीफुद्दीन लतीफ और अहमद सिद्दीकी मुकेश ने जिस प्रकार से प्रचार में सहयोग किया इसके लिए मैं उनका आभारी हूँ। नाअत व मनकबत की महफिल में मुशायरे के निगरां श्री सलाहुद्दीन नय्यर के अतिरिक्त शहर के चुनिंदा शायरों एवं विद्वानों मुमताज दानिश, क़ाज़ी फारूक आरफी, डाक्टर तय्यब पाशाह कादरी, अली जव्वाद शहपर, प्रोफेसर मसऊद अहमद, लतीफुद्दीन लतीफ, तशकील अनवर रज़्जाकी, शकील अब्बास और रोशन अली रोशन ने अपनी रचनाओं पर प्रशंसा प्राप्त की। संचालन का कर्तव्य प्रख्यात शायर, लतीफुद्दीन लतीफ ने बहुत सुंन्दरता से निभाया।इफ्तार, नमाज़ व डिनर का भी आयोजन श किया गया। विशेष रूप से बिजली की कुमकुमों से जगमाता हुआ हाल भी छोटा पड़ गया था! श्री कबीर सिद्दीकी ने कुशलतापूर्वक सभा स्थल को सजाया था। उत्कृष्ट भाषणों ने महफिल की प्रतिष्ठा को बढ़ाया। मीडीया पैलेस के प्रमुख, डाक्टर फाजिल हुसैन परवेज़ की निगरानी में, अबदुर्रशीद जुनैद के अतिरिक्त रज़ा खान व अन्य ने सभा के सफल आयोजन में भरपूर सहाता दी। कबीर सिद्दीकी की माता जी, की देखरेख में महिलाओं के लिए अलग प्रबंधन किया गया था। परिवार की सभी महिलाओं ने परंपराओं को बरकरार रखते हुए उपस्थ्ति महिलाओं का स्वागत करते हुए इफ्तार, नमाज़ व डिनर का भव्य आयोजन किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *