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Uttrakhand

आदमखोर गुलदार द्वारा सपलोड़ी गांव की महिला को निवाला बनाने के बाद उसे जिन्दा जलाया ग्रामीणों ने

कुछ दिन पहले काफल तोड़ने गयी पाबो ब्लाक के सपलोड़ी गाँव की एक महिला को एक नरभक्षी गुलदार ने अपना निवाला बना दिया था जिसके चलते ग्रामवासियों में काफी रोष व्याप्त था . दरअसल सपलोड़ी गाँव की तीन महिलाये पास के जंगल में काफल तोड़ने गयी थीं अचानक उनपर एक नरभक्षी ने हमला बोल दिया. तीन में से दो महिलायें किसी तरह नरभक्षी से जान बचाकर भागे और गाँव जाकर ग्रामवासियों को सूचित किया. जब गांववासी घटनास्थल पर पहुंचे तो कुछ आगे काफी ढूंढने के बाद उन्हें महिला का क्षत विक्षत शरीर मिला. गाँव वाले बेहद क्रोधित थे और वन अधिकारियों पर उनका गुस्सा बरपा . सपलोड़ी गाँव और आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फ़ैल गयी. लोग दिन में भी घरों में दुबके रहे इस भय से की नरभक्षी उनके बच्चों पर हमला न कर दे. जनता के क्रोध के दबाव में वन विभाग के अधिकारियों ने आस पास पिंजरा लगाया.आखिर नरभक्षी इस पिंजरे में कैद हो गया . लेकिन इससे पहले की वन विभाग के अधिकारी इस नरभक्षी को कहीं दूर सुरक्षित जंगल में छोड़ते या ज़ू के हवाले करते , सपलोड़ी और आस पास के गाँव के गुस्साए लोगों ने इस नरभक्षी को जिन्दा जला दिया , जब तक वन विभाग के कर्मचारियों को इसकी खबर मिली तब तक वह मर चूका था . वन विभाग ने जब इस नरभक्षी को बहार निकाला , तब तक वह आग की लपटों का शिकार हो चूका था. प्राप्त समाचारों के मुताबिक वन विभाग इस कृत्य में जिम्मेदार ग्रामवासियों के विरुद्ध केस दर्ज़ कर रहा है और जो इस अपराधों में शामिल थे के विरुद्ध कार्यवाही करने जा रहे हैं.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक वन विभाग के कर्मी जब नरभक्षी गुलदार को पिजरे में अपने ठिकाने ले जा रहे थे तभी सपलोड़ी गाओं के प्रधान अनिल कुमार सहित गांव के कई लोग और आसपास के गाँवों सरना व कुलमोड़ि के करीब डेढ़ सौ लोगों ने पिंजरा अपने कब्जे में लिया और पेट्रोल घासस्फुस लकड़ी आदि पिजरे में जबर दस्ती दाल कर उसमे कैद गुलदार को जला दिया जिसकी बॉडी लगभग रोस्टेड अवस्था में मिली. पुलिस ने सपलोड़ी के प्रधान व् आसपास के गाँव के १५० लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है.

नरभक्षी के आतंक से दुखी ग्रामवासी

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