आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर बुरांस साहित्य एवं कला केंद्र द्वारा भारतीय धरोहर सभागार नोएडा में विचार गोष्ठी का आयोजन
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर बुरांस साहित्य एवं कला केंद्र ने भारतीय धरोहर सभागार नोएडा में विचार गोष्ठी का आयोजन किया। आजादी में मध्य हिमालय क्षेत्र का योगदान और राष्ट्रीय आंदोलन में उत्तराखंड से उठती अभिव्यक्तियां विषय पर वक्ताओं ने अपनी बात रखी । बुरांस साहित्य एवं कला केंद्र के अध्यक्ष, पत्रकार प्रदीप वेदवाल ने कहा कि आजादी की लड़ाई में गढ़वाल-कुमाऊं के स्वतंत्रता सेनानियों का एक विस्तृत इतिहास है।
हिन्दी अकादमी दिल्ली के पूर्व सचिव और साहित्यिकार डाॅक्टर हरिसुमन बिष्ट ने अल्मोड़ा अखबार से लेकर सल्ड की क्रांति और आजादी के आंदोलन में मध्य हिमालय क्षेत्र के योगदान पर सिलसिलेवार बात कही। जबकि पवन कुमार मैठाणी ने दुगड्डा के नाथोपुर अध्याय में स्वाधीनता संग्राम सेनानी भवानी सिंह रावत का इतिहास बताया।
राष्ट्रीय आंदोलन में उत्तराखंड से उठती अभिव्यक्तियां विषय पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार चारु तिवारी ने कहा कि आजादी के मतवालों की बात उत्तराखंड के झोड़े,चांचरी और छपेली में बहुत मुखर हुई है। इस अवसर पर युवा कवियत्री बीना नयाल ने ओजपूर्ण अंदाज में देशभक्ति के मुक्तक सुनाए। पराक्रम पुस्तक के लेखक दिनेश कांडपाल ने आजादी के बाद भारतीय सेना के पराक्रम पर अपनी बात रखी।
इस अवसर पर दिल्ली सरकार में उप निदेशक शिक्षा डाॅक्टर राजेश्वरी कापड़ी, सीए राजेश्वर पैन्यूली,विचारक शशिभूषण खण्डूड़ी,वरिष्ठ पत्रकार सुषमा जुगरान ध्यानी, स्यारा रिटेल्स के प्रमोटर दीपक ध्यानी, कवि द्वारिका प्रसाद चमोली,पत्रकार हरीश चंद्र लखेडा, साहित्यकार रमेश चंद्र घिल्डियाल, मंगतराम धस्माना, जगमोहन सिंह रावत,अमित चौहान, कुसुम असवाल, सतीश कालेश्वरी, वरिष्ठ पत्रकार पीयूष पंत, डाॅक्टर प्रकाश उप्रेती ने भी अपने विचार रखे। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता महेश चंद्रा और संयोजन,संचालन वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार प्रदीप वेदवाल ने किया।