अभी डामटा के नजदीक गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग में घटी भयंकर बस दुर्घटना जिसमे मध्य प्रदेश के २६ लोगों ने अपनी बेशकीमती जाने गवां दीं, के दुःख को भी लोग नहीं भूले कि आज अनपढ़ टिहरी गढ़वाल के घनस्याली तहसील मोटर मार्ग पर पौखार के पास एक यूटिलिटी ( गाडी) के गहरी खाई में गिर जाने के कारण पांच लोगों की मौत हो गयी और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस दुखद घटना पर अपनी शोक संवेदनाएं प्रेषित करते हुए लिखा : जनपद #टिहरी में घनसाली तहसील के गुरु मोटर मार्ग पर पौखार के पास एक यूटिलिटी दुर्घटनाग्रस्त हुई है, जिसमें 5 लोगों के अकाल कालकल्वित व 3 लोगों के घायल होने का समाचार सुनकर मुझे अत्यंत दु:ख हुआ। भगवान, मृत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं उनके परिजनों को इस असहनीय दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करें। मैं, दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. ॐ शांति !
ये बहुत ही दुर्भाग्य की बात है की उत्तराखंड में आये दिन घट रहे सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान जा रही है और कई गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं. पिछले पांच सालों से लगभग ५००० लोग इन सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गँवा चुके हैं और हज़ारो गंभीर रूप से घायल. सरकारें एक, डेढ़ लाख रुपयों का आर्थिक मुवावजा देकर इतिश्री कर देती हैं, लेकिन उत्तराखंड में निरंतर बड़ रही दुर्घटनाओं के बावजूद इन्हे कम करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं . यही स्थिति कमोबेश उत्तराखंड में नरभक्षी गुलदारों द्वारा की जा रही मानव हत्याओं की भी स्थिति है . लगभग हर तीसरे दिन कोई न कोई महिला इन नरभक्षियों का शिकार बन जाती है लेकिन इस दिशा में भी कोई ठोस कार्यवाही नज़र नहीं आती. लोग पूछते है आखिर कब ख़त्म होगा मानव और नरभक्षी के बीच का संघर्ष और कब थामेंगे ये दुर्दांत एक्सीडेंट्स.

Bhagat Rawat
जानवरो का जंगल छोड़ गॉंव की सीमा में घुसने का मुख्य कारण वनों की और वहां खाने पीने की कमी है ।दुर्घटना का कारण अनियंत्रित स्पीड और शराब पीकर वाहन चलाना ह। इतनी चौड़ी सड़क पर इस प्रकार आय दिन दुर्घटना होना निःसन्देह चिन्ता जनक है और सरकार को और सख्त निर्देश देने चाहिए ताकि लोग सजग रहे और अपना और दूसरों का ध्यान रखें।